नम आंखों से वायु सेना के एयरमैन सह वारंट ऑफिसर को दी गयी विदाई

भलुआ गांव के वायुसेना में कार्यरत एयरमैन सह वारंट ऑफिसर पयोधर सिन्हा उर्फ बालमुकुंद का शव बुधवार को गांव पहुंचते ही सब की आंखें भर आयीं.

By Prabhat Khabar News Desk | September 11, 2024 11:54 PM

भलुआ गांव के पयोधर सिन्हा उर्फ बालमुकुंद का शव पहुंचते ही उमड़ी भीड़

बीमारी के कारण हुआ निधन, बड़ी पुत्री तनुजा ने दी मुखाग्नि

शंभुगंज.प्रखंड क्षेत्र की पौकरी पंचायत अंतर्गत भलुआ गांव के वायुसेना में कार्यरत एयरमैन सह वारंट ऑफिसर पयोधर सिन्हा उर्फ बालमुकुंद का शव बुधवार को गांव पहुंचते ही सब की आंखें भर आयीं. लोगों ने नम आंखों से पयोधर सिन्हा की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की. विदित हो कि भलुआ गांव निवासी वायु सेना में कार्यरत एयरमैन सह वारंट आफिसर पयोधर सिन्हा उर्फ बालमुकुंद पिता मसूदन साह का चंडीगढ़ के मिलिट्री अस्पताल में इलाज चल रहा था. वहां इलाज के दौरान ही सोमवार देर शाम निधन हो गया. परिजनों ने बताया कि पयोधर सिन्हा बचपन से ही काफी प्रतिभाशाली थे और वायु सेना में तेज तर्रार एयरमैन सह वारंट आफिसर थे. वे लीवर की बीमारी और पीलिया से ग्रस्त थे. उनका इलाज चंडीगढ़ के मिलिट्री अस्पताल में चल रहा था. परिजनों ने बताया कि वर्तमान में पठानकोट जम्मू-कश्मीर में पदस्थपित थे. पयोधर तीन भाइयों में सबसे बड़े थे. बाकी दोनों भाई डॉ चक्रधर सिन्हा भागलपुर एवं डॉ शशिधर सिन्हा से मुंगेर में पोस्टेड है. चंडीगढ़ से पयोधर का शव बंगाल के पन्नागड़ वायु सेना के एयरपोर्ट पर वायुसेना के हेलीकॉप्टर द्वारा लाया गया. वहां से एंबुलेंस द्वारा वायुसेना के एक पदाधिकारी के साथ बुधवार को भलुआ गांव लाये. एंबुलेंस में उनकी पत्नी गार्गी कुमारी एवं दोनों पुत्री तनुजा कुमारी व दीक्षा कुमारी साथ थी. वहीं झारखंड के पाकुड़ सिगाइसी एयर फोर्स कैंप से आये मास्टर वारंट ऑफिसर विजय कुमार साह अपने 28 जवानों के साथ भलुआ पहुंचे. मृतक के पिता मसूदन साह व माता सुधा देवी को एयरमैन सह वारंट आफिसर पयोधर सिन्हा का शव को सुपुर्द किया.

शव गांव पहुंचते ही परिजनों में मचा कोहराम

शव के गांव पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया. परिजनों को रोते-बिलखते देख ग्रामीण सांत्वना दिलाते रहे. शवयात्रा गांव से निकलते ही सभी ग्रामीणों ने भींगी आंखों से विदाई दी. वहीं शव को सुलतानगंज में वायु सेना के जवानों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. तीन राउंड आसमानी फायरिंग देकर सलामी दी गयी. मृतक की बड़ी पुत्री तनुजा द्वारा मुखाग्नि दी गयी. मृतक के पिता मसूदन साह एक सेवानिवृत्त शिक्षक है. वहीं बगल गांव हस्तिनापुर के सेवानिवृत्त प्रोफेसर अनिल कुमार सिंह ने बताया कि मृतक के पिता मसूदन साह ने मध्य विद्यालय राजघाट में कई वर्षों तक सेवा दी है.

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