किसानों ने पोखर खुदाई कार्य में संवेदक पर लगाया मनामानी का आरोप, किया प्रदर्शन
किसानों ने पोखर खुदाई कार्य में संवेदक पर लगाया मनामानी का आरोप, किया प्रदर्शन
अमरपुर. प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न पोखर एवं बांध की खुदाई कार्य लघु जल संसाधन विभाग के द्वारा करायी जा रही. लेकिन कार्य में आये दिन संवेदक के द्वारा मनमानी एवं अनियमितता बरतने की शिकायत लगातार मिल रही है. ताजा मामला प्रखंड के विशनपुर पंचायत अंतर्गत कैथाटीकर जमुआ गांव के समीप रतना बांध एवं पतुरीया बांध का है. दोनों जगहों पर खुदाई कार्य में घोर अनियमितता बरती जा रही है. कार्य में अनियमितता बरतने एवं संवेदक की मनमानी के खिलाफ ग्रामीण किसानों ने प्रदर्शन किया एवं संवेदक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. मौके पर ग्रामीण नकुल सिंह, विकास कुमार, प्रशांत प्रसुन, प्रेमशंकर सिंह, रणवीर सिंह, अनुप सिंह, प्रकाश सिंह, महीप कुमार, सनोज कुमार, रणविजय सिंह आदि ने बताया कि लगभग डेढ़ करोड़ रूपये की लागत से दोनों बांध की खुदाई कार्य होना है. प्राक्कलन के अनुसार छह फीट तक बांध की खोदाई किया जाना है. लेकिन संवेदक द्वारा मात्र चार से पांच फीट ही खुदाई कर योजना की राशि आपस में बंदरबांट करना चाह रहे है. वहीं बांध की खुदाई से निकाली गयी मिट्टी बांध के किनारे रख कैथाटीकर जाने वाली मुख्य सड़क से पांच फीट ऊंचा कर दिया है. बरसात के मौसम में वह चिकनी मिट्टी सड़को पर आ जायेगी. जिस कारण इस मार्ग होकर गुजरने वाले एवं जैठोर मंदिर पूजा अर्चना करने जा रहे श्रद्धालुओं को काफी परेशानी होगी. ग्रामीणों ने बताया कि दोनो बांध से कैथाटीकर, जमुआ, गौरीपुर, घोघा समेत आस पास के ग्रामीण क्षेत्रों की लगभग तीन सौ एकड़ जमीन की पटवन होती है. ग्रामीण क्षेत्रों के अधिकांश लोग खेती पर ही निर्भर है. आक्रोशित किसानों ने खुदाई कार्य में लगे जेसीबी व पोपलेन को रोककर कार्य बाधित कर दिया. जिसकी सूचना मिलते ही लघु जल संसाधन विभाग की सहायक अभियंता शिल्पा सोनी एवं कनीय अभियंता अमीत केशव कार्यस्थल पर पहुंचे और आक्रोशित किसानों को समझाते हुए कार्य स्थल का निरीक्षण किया. मौके पर उन्होंने सड़क किनारे डाली गयी मिट्टी को हटाने एवं बांध की क्षेत्रफल को चौड़ा कराने का आश्वासन दिया. सहायक अभियंता के आश्वासन पर किसान शांत हुये और कार्य को चालू कराया गया. सहायक अभियंता ने बताया कि किसानों ने बांध की गहराई कम होने की शिकायत किया. बांध की खुदाई लगभग पौने दो मीटर होनी है. रतना बांध के उत्तर दिशा में कुछ जगहों पर खुदाई के दौरान पत्थर की चट्टाने मिली है. जिस कारण कुछ जगहों पर बांध सकरी हो गयी है. संवेदक को प्राक्कलन के अनुरुप कार्य करने का निर्देश दिया गया है. कार्यस्थल पर गड्ढे में पड़ा योजना का बोर्ड तुरंत लगाने का निर्देश दिया गया.
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