बंजर धरती पर टमाटर की खेती कर मालामाल हो रहे किसान
बंजर धरती पर टमाटर की खेती कर मालामाल हो रहे किसान
-टमाटर का हब बन चुका है कटोरिया प्रखंड का पूर्वी क्षेत्र कटोरिया और आसपास के काफी संख्या में खेती से जड़े हैं किसान दीपक चौधरी कटोरिया. हिंदी फिल्म ‘उपकार’ में ‘जय-जवान, जय किसान’ को केंद्र में रखकर बनी फिल्म के सुप्रसिद्ध गीत ‘मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरा-मोती’ को कटोरिया की बंजर भूमि चरितार्थ कर रही है. दरअसल कटोरिया प्रखंड क्षेत्र की बंजर भूमि पर स्थानीय किसान टमाटर की खेती कर मालामाल हो रहे हैं. कटोरिया क्षेत्र की पूर्वी क्षेत्र में कुछ साल पहले तक सैकड़ों हेक्टेयर भूमि बंजर होकर बेकार पड़ी रहती थी लेकिन किसानों की अथक मेहनत का पिरणाम है कि आज गरूड़ा, पलनियां, सरूआ, मालबथान, कानीबेल, केरवार, पतलिखा, दिग्घीबांध, कोल्हासार, बरदबेहरा, पड़रिया आदि गांवों के किसान काफी मात्रा में उत्पादन कर रहे हैं. जिससे कटोरिया प्रखंड का पूर्वी क्षेत्र टमाटर का हब बन चुका है. क्षेत्र के किसानों के लिए टमाटर की खेती ही मुख्य पेशा बन चुका है. टमाटर की खेती अपनाने के बाद से ग्रामीण क्षेत्रों से युवाओं का पलायन भी रूका है. -कई राज्यों में है गूदेदार टमाडर की डिमांड कटोरिया क्षेत्र के गुद्देदार मीठे टमाटर की मांग बिहार के अलावा पड़ोसी राज्यों झारखंड, पश्चिम बंगाल व उत्तर प्रदेश में भी है. व्यापारी इन गांवों में आकर भी थोक भाव में टमाटर खरीदकर ले जाते हैं. कई गांवों के किसान टमाटर को बेहतर ढंग से पैकिंग कर भागलपुर, पूर्णियां, देवघर, तारापुर आदि मंडी तक भी पहुंचाते हैं. इस वर्ष शुरू के सीजन में मंडी में किसानों को टमाटर का थोक दाम 50 रुपये किलो तक मिला. वर्तमान में मंडी में 25 से 28 रूपये प्रतिकिलो का दाम मिल रहा है. -टमाटर किसान सोना यादव बने प्रेरणास्त्रोत दामोदरा पंचायत के गरूड़ा गांव निवासी सोना प्रसाद यादव ने ना सिर्फ अपने सात बीघा बंजर जमीन पर लाल टमाटर रूपी सोना उपजाकर दिखाया. बल्कि वे क्षेत्र के सैकड़ों किसानों के लिए प्रेरणास्त्रोत भी बन चुके हैं. टमाटर किसान सोना यादव ने किसानों को कड़ी मेहतन व लगन से पथरीली व बंजर भूमि पर सोना पैदा करना सिखाया. इससे किसानों के आमदनी में भी काफी बढ़ोतरी हुई. कई बेरोजगार किसान आत्मनिर्भर व समृद्ध भी बने. -उच्च-शिक्षा को दे रहे बढ़ावा टमाटर किसान सोना प्रसाद यादव ने बताया कि टमाटर की खेती कर अपने बहु-बेटे व पोते-पोती को उच्च शिक्षा भी दिला रहे हैं. जिसमेें एक पुत्र ऋषिकेश कुमार व बहु अंजु कुमारी बीपीएससी से प्लस-टू विद्यालय में अध्यापक पद पर कार्यरत हैं. जबकि दोनों पोते पटना व दिल्ली से उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं. -किसानों ने कोल्ड स्टोरेज की उठाई मांग टमाटर खेती से जुड़े किसानों को अब तक किसी भी प्रकार की सरकारी सहायता नहीं मिल सकी है. वहीं किसानों को अब कोल्ड स्टोरेज की भी आवश्यकता महसूस होने लगी है. किसानों का कहना है कि यदि क्षेत्र में टमाटर के भंडारण के लिए कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था हो जाय, तो उन्हें मेहनत का वाजिब दाम भी प्राप्त होगा. वे काफी मात्रा में उत्पादन होने वाले टमाटर को आनन-फानन में बेचने को मजबूर नहीं होंगे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है