दोपहर बाद एक डॉक्टर व एक एएनएम के भरोसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेलहर
डॉक्टर व एक एएनएम के भरोसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेलहर
By Prabhat Khabar News Desk |
May 9, 2024 10:18 PM
दोपहर बाद एक डॉक्टर व एक एएनएम के भरोसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेलहर
मरीजों को होती है काफी परेशानी
प्रतिनिधि, बेलहर
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेलहर में गुरुवार की दोपहर बाद मात्र एक डॉक्टर और एक एएनएम रहने के कारण अस्पताल में मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. अस्पताल में भर्ती प्रसव पीड़िता के साथ एक्सीडेंटल मरीज के इलाज में एक डॉक्टर एवं एक एएनएम को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. जबकि एक दिन पूर्व ही बुधवार को जिलाधिकारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया तथा अस्पताल में ओपीडी, प्रसव पीड़िता के अलावा अन्य कार्यों में बढ़ोतरी करने का निर्देश दिये थे. साथ ही कई कर्मियों के द्वारा कार्य में अनियमितता पाये जाने पर वेतन बंद कर कार्यवाही करने का निर्देश दिया गया. इसके बाद भी गुरुवार को प्रधानमंत्री मातृ सुरक्षा योजना के तहत लगाये गये शिविर को 2 बजे तक ही समाप्त कर अस्पताल से सभी डॉक्टर, एएनएम फरार हो गये. अस्पताल में मात्र एक डेंटल चिकित्सक डॉ सुधीर मधुकर एवं एएनएम बंदना कुमारी थी. तभी करीब ढ़ाई बजे 112 पुलिस टीम के द्वारा दो बाइक के आमने-सामने की टक्कर से बुरी तरह जख्मी दो व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहीं पूर्व से एक प्रसव पीड़िता भी अस्पताल में भर्ती थी. जिसके कारण एक डॉक्टर एवं एक एएनएम होने के चलते दोनों एक्सीडेंटल मरीज करीब आधे घंटे तक इलाज के लिए तड़पता रहा. उपस्थित एएनएम और डॉक्टर अकेले तीनों मरीज का इलाज करने में परेशान हो रहे थे. वहीं कुछ ही देर के बाद एक और प्रसव पीड़िता ई-रिक्शा से अस्पताल पहुंची. जिसका प्रसव ई-रिक्शा पर ही हो गया. अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मी नहीं होने के कारण सभी मरीजों को काफी देर तक इलाज के लिए तड़पते रहना पड़ा. उपस्थित लोगों एवं अस्पताल कर्मियों के द्वारा बताया गया की प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी प्रत्येक दिन दो से तीन बजे अस्पताल से अपना घर भागलपुर चले जाते हैं. जिसके कारण अस्पताल की व्यवस्था काफी गड़बड़ हो जाती है. वहीं चिकित्सा प्रभारी डॉ अनिल कुमार सिंह को फोन कर अस्पताल की स्थिति के बारे में बताने का काफी प्रयास किया गया. लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया. इसके बाद जब जिला के डीपीएम बृजेश सिंह को फोन की गयी तब उनके द्वारा इस पर तत्परता दिखाते हुए आसपास रह रहे तीन- चार एएनएम को अस्पताल भेजा गया. जिसके बाद जख्मी एवं प्रसव पीड़िता का इलाज संभव हो सका. इस संबंध में डीपीएम ने बताया कि मामले में जांच कर कार्यवाही की जायेगी.
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