पानी के बिना सूख गये सदर अस्पताल परिसर लगे सैकड़ों पौधे

बांका सदर अस्पताल प्रबंधन पर्यावरण संरक्षण की दिशा में गंभीर नहीं है. बतातें चले सदर अस्पताल परिसर में फिलवक्त सैकड़ों पौधे पानी के बिना मर चुके हैं.

By Prabhat Khabar Print | July 3, 2024 11:49 PM

बांका. पर्यावरण को बचाना सबकी जिम्मेदारी है. इसके लिए पेड़-पौधों का होना अनिवार्य है. सरकार पर्यावरण संरक्षण को लेकर विभिन्न योजनाओं के तहत पौधरोपण करा रही है. वहीं बांका सदर अस्पताल प्रबंधन पर्यावरण संरक्षण की दिशा में गंभीर नहीं है. बतातें चले सदर अस्पताल परिसर में फिलवक्त सैकड़ों पौधे पानी के बिना मर चुके हैं. इसकी सुधि लेना वाला कोई नहीं है. अब ऐसे में पर्यावरण संरक्षण को सरकारी सिस्टम ठेंगा दिखा रहा है तो आमलोग क्या कर सकते हैं. इसे लेकर जिला प्रशासन को एक्शन लेने की जरूरत है.

मॉनसून की पहली बारिश में एनएच 333ए तालाब में तब्दील

बांका.मॉनसून की पहली बारिश ने नगर परिषद क्षेत्र सहित मुख्य मार्गों की पोल खोल दी है. शहर के कई इलाकों में जलजमाव से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है. इसमें विजयनगर चौक, भवन निर्माण के समीप, गांधी चौक, शिवाजी चौक, शास्त्री चौक सहित अन्य जगहों पर जलजमाव आम हो गया है. वहीं बांका- ढाका मोड़ मुख्य मार्ग शंकरपुर के समीप एनएच 333ए की स्थिति बदतर है.सड़क तालाब में तब्दील हो गयी है. बुधवार को करीब आधे दर्जन बाइक चालक व टोटो उक्त गड्ढे में गिरकर दुर्घटना का शिकार हुए. पानी लबालब भरे होने से आमजनों को सड़क की स्थिति का पता नहीं चल पा रहा है. इससे वे दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं. सड़क के किनारे रहने वाले ग्रामीणों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. तेज रफ्तार वाहन गुजरने से सड़क पर जमा गंदा पानी उनके घरों में घुस रहा है. स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मामले में पहल की मांग की है.

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