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बिहार भलुआ में अखंड रामधुन को लेकर निकाली गयी कलश शोभा यात्रा

प्रखंड क्षेत्र के बिहार भलुआ गांव में तीन दिवसीय अखंड राम धुन के आयोजन को लेकर मंगलवार को कलश शोभायात्रा निकाली गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | May 20, 2024 11:27 PM

शंभुगंज(किशनगंज).प्रखंड क्षेत्र के बिहार भलुआ गांव में तीन दिवसीय अखंड राम धुन के आयोजन को लेकर मंगलवार को कलश शोभायात्रा निकाली गयी. जिसमें गांव के 500 से भी अधिक कुंवारी कन्या और महिलाओं ने भाग लिया. गांव के समीप मंदिर के चंद्रकूप से जल भरकर ढ़ोल बाजा के साथ भव्य रूप से कलश शोभायात्रा निकाली गयी. सिर पर कलश लिये कुमारी कन्या और महिलाओं ने धर्म की जय हो अधर्म का नाश हो विश्व का कल्याण हो आदि गगन भेदी नारों से वातावरण भक्तिमय कर दिया. ग्रामीण क्षेत्रों में इस प्रकार निकाली गयी भव्य कलश शोभायात्रा को देखने के लिये जगह-जगह लोगों की भीड़ लगी रही. कई गांव में तो लोगों ने कलश शोभायात्रा का फूल और पानी वर्षा कर स्वागत किया. कलश शोभायात्रा में आगे-आगे डीजे बाजा, आधा दर्जन घोड़ा और रथ पर सवार राधा कृष्ण की झांकी आकर्षण का केंद्र बना रहा. लोग झांकी को देखने के लिए चिलचिलाती धूप में भी सड़क किनारे खड़े रहे. ग्रामीण मुकेश यादव, श्याम यादव, सनोज यादव आदि ने बताया कि समस्त ग्रामीणों के सहयोग से तीन दिवसीय अखंड राम धुन का आयोजन किया गया है. कलश शोभायात्रा व अखंड राम धुन की सफलता को लेकर समस्त ग्रामीण सक्रिय होकर लगे हुुए हैं.

जो काम प्रेम के माध्यम से संभव है, वह हिंसा से संभव नहीं हो सकता है

बामदेव में महारुद्र यज्ञ तथा रहीमडीह में भागवत कथा का हुआ समापन

फोटो 20 रजौन 1. बामदेव में यज्ञ का समापन करते यज्ञाचार्य

प्रतिनिधि रजौन.

प्रखंड क्षेत्र के दो अलग-अलग गांव में आयोजित महारुद्र यज्ञ हुआ भागवत कथा ज्ञान सट्टा यज्ञ का विधिवत समापन सोमवार को किया गया. इस मौके पर विभिन्न क्षेत्रों से आए यज्ञ आचार्य व कथा वाचकों द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जानकारी के अनुसार बामदेव गांव में आयोजित नौ दिवसीय महारुद्र यज्ञ का समापन उत्साह पूर्वक वातावरण में सोमवार को किया गया. इस दौरान लगातार नौ दिनों तक सुबह से लेकर देर रात तक श्रद्धालु भक्ति रस का आनंद लेते रहे. साथ ही प्रत्येक दिन सुबह यज्ञ मंडप की परिक्रमा करने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ता रहा. यज्ञ स्थल पर पूजा के लिए मंत्र कर की गूंज पूरे क्षेत्र में गूंजती रही. आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया की पूर्णाहुति हवन के साथी महा रूद्र यज्ञ संपन्न हो गया. समापन के दिन सुबह से ही यज्ञ मंडप की परिक्रमा हुआ हवन कुंड का धुआं लगाने के लिए बड़ी संख्या में महिला व पुरुष श्रद्धालु मौजूद रहे. महारुद्र यज्ञ समापन के बाद महाप्रसाद का वितरण किया गया. इस दौरान यज्ञ के दौरान रात्रि में रामलीला व रासलीला का भी आयोजन किया गया.

वहीं रहीमडीह गांव में चल रहे सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा का सोमवार को समापन हुआ. कथा वाचक श्याम सुंदर जी महाराज के द्वारा विगत सात दिनों तक भगवान श्रीकृष्ण विभिन्न लीलाओं का वर्णन कर वर्तमान समय में समाज में व्याप्त अत्याचार, अनाचार, कटुता, व्यभिचार को दूर कर सुंदर समाज निर्माण के लिए युवाओं को प्रेरित किया. इस धार्मिक अनुष्ठान के सातवें एवं अंतिम दिन भगवान श्री कृष्ण के सर्वोपरी लीला श्री रास लीला, मथुरा गमन, दुष्ट कंस राजा के अत्याचार से मुक्ति के लिए कंसबध, कुबजा उद्धार, रुक्मणी विवाह, शिशुपाल वध एवं सुदामा चरित्र का वर्णन कर लोगों को भक्तिरस में डुबो दिया. इस दौरान भजन गायन ने उपस्थित लोगों को ताल एवं धुन पर नृत्य करने के लिए विवश कर दिया. कथावाचक ने सुंदर समाज निर्माण के लिए गीता से कई उपदेश के माध्यम अपने को उस अनुरूप आचरण करने कहा जो काम प्रेम के माध्यम से संभव है, वह हिंसा से संभव नहीं हो सकता है. लोगों ने रातभर इस संगीतमयी भागवत कथा का आनंद उठाया. इस सात दिवसीय भागवत कथा में आस-पास गांव के अलावा दूर दराज से काफी संख्या में महिला-पुरूष भक्तों ने इस कथा का आनंद उठाया. सात दिनों तक इस कथा में पुरा वातावरण भक्तिमय रहा. प्रवचन के बाद कमेटी के द्वारा उपस्थित भक्तों के बीच प्रसाद वितरण किया गया.

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