दीपक चौधरी, कटोरिया. सुल्तानगंज से बाबाधाम के बीच प्रत्येक सोमवारी को लंबे वर्षों तक लगातार डाक कांवर चढ़ाकर मुजफ्फरपुर की शिवभक्त माता बम उर्फ कृष्णा बम सुर्खियों में आयीं. अब ये अमरकंटक से कांवर में जल लेकर पैदल यात्रा करते हुए सावन मास की अंतिम सोमवारी को छत्तीसगढ़ के भोरमदेव महादेव को जलार्पण करेंगी. प्रभात-खबर से बातचीत के दौरान कृष्णा बम ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2024 के सावन मास की प्रथम सोमवारी को उत्तरवाहिनी गंगा सुल्तानगंज से गंगाजल लेकर डाक बम का संकल्प लेकर बाबा बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग में जलार्पण किया. सावन की दूसरी सोमवारी को औंकारेश्वर से 140 किलोमीटर की कांवर यात्रा करते हुए उज्जैन में जलाभिषेक किया. अब छत्तीसगढ़ में नर्मदा के उद्गम स्थल यानी अमरकंटक से कांवर में जल लेकर सावन की अंतिम सोमवारी को भोरमदेव महादेव यानी बूढ़ा महादेव को जलार्पण करेंगी. विदित हो कि सुल्तानगंज से बाबाधाम के बीच सौ किलोमीटर की मैराथन दौड़ वर्ष 1980 ई में कृष्णा बम ने 28 वर्ष की उम्र में ही शुरू की थी. प्रत्येक वर्ष सावन मास में सभी सोमवारी डाक बम बनकर शिवलिंग पर जलाभिषेक करने का संकल्प उन्होंने निभाया. वर्ष 1985 व वर्ष 2004 में सावन महीने में मलमास के कारण नौ सोमवारी पड़ा था. माता बम ऐसा महसूस करती हैं कि शिव ने मुझे इसीलिए बनाया है. कृष्णा बम ने सभी नौ सोमवारी को डाक बम बनकर जलार्पण किया था. कृष्णा बम मुजफ्फरपुर के कृष्णापुरी मुहल्ले की रहने वाली हैं. भक्तों की आंखें कृष्णा बम को साक्षात माता पार्वती के रूप में देखती हैं. कृष्णा बम का चरण स्पर्श कर लेने वाले व उनसे प्रसाद ग्रहण करने वाले खुद को कृतार्थ समझते हैं.
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