Lok Sabha Elections 2024: बिहार के इस बूथ पर दूसरे चरण में सिर्फ 6 वोट पड़े, जानें क्यों?
मानव रहित क्रॉसिंग पर फाटक लगाने की मांग को लेकर यहां के 889 मतदाताओं ने वोट बहिष्कार का निर्णय लिया. जबकि, इनमें से छह मतदाताओं ने अपना वोट डाला.
Lok Sabha Elections 2024 लोकसभा के दूसरे चरण में बांका में शांतिपूर्ण मतदान शुक्रवार को संपन्न हो गया. सुबह निर्धारित समय सात बजे से मतदान प्रारंभ हो गया था. नक्सल प्रभावित कटोरिया और बेलहर के बूथों पर शाम चार बजे तक मतदान संपन्न करा लिया गया. जबकि दोनों विधानसभा के चिन्हित 363 बूथों पर शाम छह बजे मतदान संपन्न कराया गया. लोकसभा क्षेत्र के एक बूथ पर मात्र 6 ही वोट पड़े.
दरअसल रजौन के मतदान केंद्र संख्या 145 में वोट बहिष्कार की बात सामने आयी. जानकारी के अनुसार, मानव रहित क्रॉसिंग पर फाटक लगाने की मांग को लेकर यहां के 889 मतदाताओं ने वोट बहिष्कार का निर्णय लिया. जबकि, इनमें से छह मतदाताओं ने अपना वोट डाला. वहीं दूसरी ओर अमरपुर विधानसभा के मतदान केंद्र संख्या 313 प्राथमिक विद्यालय घोघा गौरीपुर में ग्रामीणों ने सड़क और पेयजल की मांग को लेकर वोट का बहिष्कार किया. हालांकि, यहां 616 मतदाता में 55 लोगों ने मतदान किया.
कड़ी धूप के बीच हुआ मतदान
जबकि, जिले भर के अन्य सभी बूथों पर निर्धारित समय शाम छह बजे तक मतदान संपन्न होने के साथ ईवीएम को सील कर दिया गया. सुबह अमूमन सभी मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की भीड़ अच्छी-खासी जमा दिखी. जबकि, दोपहर में मतदाता घर से कम निकले. हालांकि, इस दौरान में कई मतदान केंद्रों पर मतदाता वोट देने के लिए पहुंचते रहे. दूसरी पाली यानी संध्या के समय फिर से मतदाता बड़ी संख्या में पहुंचे और मतदान केंद्रों पर जमकर वोट बरसाया. यानी कड़ी धूप के बावजूद जागरुक मतदाताओं के बल पर लोकतंत्र का चेहरा खिला हुआ दिखाई दिया. बहहाल, चिलचिलाती तपिश की वजह से विगत चुनाव की तुलना मतदान प्रतिशत में कमी की रिपोर्ट दर्ज की गयी. बांका लोकसभा क्षेत्र में छह विधानसभा हैं, जिसमें बांका, अमरपुर, कटोरिया, बेलहर, धोरैया और सुल्तानगंज विधानसभा क्षेत्र पड़ता है. इन सभी विधानसभा में प्रशासन की चाक-चौबंद व्यवस्था के बीच वोटिंग हुई. देखा जाय तो शहरी मतदाताओं पर ग्रामीण मतदाता भारी दिखे.
793 बूथों पर वेबकास्टिंग
इस बार लोकसभा चुनाव में पिंक, युवा, दिव्यांग के साथ महिला मतदान केंद्र भी बनाये गये थे. सभी विधानसभा में ऐसे बूथ दिखे. जबकि, जिला में एक युवा मतदान केंद्र बनाये गये थे. इन सभी मतदान केंद्रों को आकर्षक ढंग से सजाया गया था. बैलून आदि से सजावट की गयी थी. बांका जिला अंतर्गत 1551 बूथ बनाये गये थे. 793 बूथों पर वेबकास्टिंग की गयी. मतदान दलों की संख्या 1551 थी. ईवीएम और वीवी पैट की भी संख्या यही रखी गयी थी. 435 माइक्रो ऑब्जर्वर की टीम तैनात की गयी थी. 20 प्रतिशत रिजर्व में भी रखा गया था. कुल सेक्टर 164, सुपर जोनल दंडाधिकारी 5, स्पेशल जोनल दंडाधिकारी 22 एसएसटी 15 और एफएसटी 16 कार्यरत थे.
सभी बूथों पर अर्द्धसैनिक बलों की थी तैनाती
सभी बूथों पर अर्द्धसैनिक बल की तैनाती गयी थी. जिलास्तर से भी वोटिंग की सतत मॉनीटरिंग की जा रही थी. डीएम सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी अंशुल कुमार, एसपी डा. सत्यप्रकाश के साथ दो पर्यवेक्षक और जिला प्रशासन की पूरी टीम चुनाव के लिए मुस्तैद नजर आयी. सभी पल-पल की सूचना लेते और निर्देश देते दिखे.
तीन दर्जन से अधिक मतदान केंद्रों पर इवीएम में गड़बड़ी
लोकसभा चुनाव में इस बार ईवीएम में आयी तकनीकी खामी से चुनाव में व्यवधान पड़ा. जानकारी के मुताबिक, जिले के पांचों विधानसभा के करीब तीन दर्जन से अधिक मतदान केंद्रों पर इवीएम की गड़बड़ी सामने आयी, जिससे मतदान देर से शुरू हुआ. रिपोर्ट के अनुसार, रजौन में चार, बौंसी में दो, धोरैया में 11, बेलहर में 18 बूथ पर इवीएम में खराबी सामने आयी. मुख्य रूप से वीपीपैट, बीयू व सीयू में तकनीकी समस्या उत्पन्न हुई थी.
दो मतदान केंद्रों पर वोट बहिष्कार
रजौन के मतदान केंद्र संख्या 145 में वोट बहिष्कार की बात सामने आयी. जानकारी के अनुसार, मानव रहित क्रॉसिंग पर फाटक लगाने की मांग को लेकर यहां के 889 मतदाताओं ने वोट बहिष्कार का निर्णय लिया. जबकि, इनमें से छह मतदाताओं ने अपना वोट डाला. वहीं दूसरी ओर अमरपुर विधानसभा के मतदान केंद्र संख्या 313 प्राथमिक विद्यालय घोघा गौरीपुर में ग्रामीणों ने सड़क और पेयजल की मांग को लेकर वोट का बहिष्कार किया. हालांकि, यहां 616 मतदाता में 55 लोगों ने मतदान किया.
प्रति दो घंटा पर मतदान प्रतिशत
सुबह 7 से 9 बजे तक | 10.65 प्रतिशत |
सुबह 9 से 11 बजे तक | 18.75 प्रतिशत |
सुबह 11 से दोपहर 1 बजे तक | 32.32 प्रतिशत |
दोपहर 1 से 3 बजे तक | 42.89 प्रतिशत |
दोपहर 3 से शाम 5 बजे तक | 49.50 प्रतिशत |
शाम 5 से 6 बजे तक | — |
ये भी पढ़ें…