सूचना केंद्रों की मदद से अपनों से मिल रहे बिछुड़े कांवरिये
सूचना केंद्र के कर्मियों की संयुक्त सक्रियता से बिछुड़े कांवरियों को ढूंढ कर उन्हें उनके परिजनों से मिलाने का सिलसिला रविवार को भी जारी रहा.
कटोरिया. विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला में बांका जिला अंतर्गत 55 किलोमीटर कांवरिया पथ में कुल पंद्रह जगहों पर सूचना केंद्र बनाए गये हैं. मेला ड्यूटी में सेवारत पदाधिकारियों व सूचना केंद्र के कर्मियों की संयुक्त सक्रियता से बिछुड़े कांवरियों को ढूंढ कर उन्हें उनके परिजनों से मिलाने का सिलसिला रविवार को भी जारी रहा. इस क्रम में सुपौल जिला की कांवरिया सीता देवी को सुईया सूचना केंद्र, बलिया जिला की बबली देवी को भैरोपुर सूचना केंद्र सभानगंज की कांवरिया शोभा सुमन को गोड़ियारी सूचना केंद्र, उत्तरप्रदेश के प्रतापगढ़ के कांवरिया मणि कुमार को सुईया सूचना केंद्र, बेगूसराय के विनय सिंह को अबरखा सूचना केंद्र , बेतिया की रीमा देवी को जबलेबिया मोड़ सूचना केंद्र, सुधा कौशल को देवासी सूचना केंद्र की सक्रियता से ढूंढ कर परिजनों से मिलाया गया. वहीं ककवारा निवासी पुष्पा देवी को जिला नियंत्रण कक्ष में प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों द्वारा उनकी बेटी पिंकी के पास बाइक के माध्यम से भेज कर मिलाया गया. झारखंड निवासी कांवरिया महादेव यादव को उनकी दो पोतियों से मिलाया गया. वहीं सियालाल यादव जिला- सप्तरी (नेपाल) को उनके साथी सरोज कुमार यादव से जिलेबिया मोड़ सूचना केंद्र की सहायता से मिलाया गया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है