बौंसी. नगर व प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न जगहों में रविवार को सुहागिन महिलाओं ने करवा चौथ का व्रत हर्षोल्लास पूर्वक मनाया. इस मौके पर सुहागिन महिलाओं ने प्रात: काल से ही निर्जला व्रत रखा था. महिलाओं ने नए परिधान पहन कर सोलह श्रृंगार कर परिवार की महिलाओं के साथ एक जगह पर एकत्र हो पति की लंबी उम्र की कामना के साथ-साथ कर्क चतुर्थी व्रत की कथा कथा का पाठ श्रवण किया. इस वर्ष नई दुल्हनों ने भी अपने मायके में रहकर पति के लिए निर्जला व्रत रखा. देर शाम दीपक जलाकर छलनी से चांद के दर्शन व पूजा-अर्चना कर अर्घ्य दिया. तथा अपने पति के हाथों से पानी पीकर व्रत खोलने का काम किया. पंडित धीरज पांडे ने बताया कि करवा चौथ का त्योहार पति-पत्नी के मजबूत रिश्ते, प्यार और विश्वास का प्रतीक है. प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों में भी सुबह में महिलाओं ने भगवान की पूजा अर्चना की. वर्ती महिला अपराजिता लाल और रागिनी रंजन ने बताया कि यह पर्व सुहागिन महिलाओं के लिए बहुत खास होता है. बौंसी बाजार की श्रद्धालु महिला सुमन बजाज, स्नेहा बजाज, रंजना बजाज, रिचा बजाज, लक्की बजाज, रिद्धि बजाज, लक्ष्मी केडिया, पूजा अग्रवाल, गुंजन भुवानियां, कोमल केडिया, अन्नू भुवानियां, स्नेहा बजाज सहित अन्य ने करवा चौथ की कथा सुनने के बाद पूजा अर्चना की. इस दौरान पतियों ने भी अपनी पत्नी को उपहार भेंट किया.
शंभुगंज प्रतिनिधि के अनुसार,
शंभुगंज प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों में सुहागिन महिलाओं ने रविवार को करवा चौथ का व्रत का अनुष्ठान पुरा किया. जहां इस पर्व को लेकर सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिये दिन भर निर्जला उपवास रखी. फिर सुहागिन महिलाएं सोलह श्रृंगार कर शाम को पूजा के बाद चंद्रमा के दर्शन करने के बाद पति की पूजा किया. इसके बाद महिलाएं अपने पति के हाथों पानी पीकर व्रत तोड़ा. इसके पूर्व करवा चौथ के मौके पर शंभुगंज में महिलाओं ने रविवार को सामूहिक रूप से करवाचौथ की कथा सुनी और अपने पति की लंबी आयु की कामना की है. मान्यता है कि सुहागिन महिलाएं करवा चौथ के दिन सूर्योदय से पूर्व उठकर अपनी सास के हाथों की बनी सरगी खाकर ही उपवास की शुरुआत करती हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है