बेटी की शादी 18 वर्ष के बाद और लड़के की शादी 21 वर्ष के बाद करें
सुरक्षा-संरक्षा के उद्देश्य से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना चलाया जा रहा है
बांका . महिला एवं बाल विकास निगम के तत्वावधान में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के तहत उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय लखनौनौड़ी में बाल विवाह रोकथाम एवं निषेध जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का जिला परियोजना प्रबंधक राजीव रंजन व विद्यालय के प्रधानाध्यापक सरोज कुमार ने संयुक्त रूप से किया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला परियोजना प्रबंधक ने कहा कि बाल लिंगानुपात को सही करने व बेटियों की शिक्षा सुनिश्चित करने तथा उनके सुरक्षा-संरक्षा के उद्देश्य से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना चलाया जा रहा है. इसके लिए सबसे पहले तो महिलाएं व बालिकाएं अपने साथ होने वाले हिंसा को पहचाने और उसे रोकें. इसके लिए सरकार द्वारा विभिन्न व्यवस्थाएं दी गई हैं. उन्होंने कहा कि सरकार महिलाओं एवं बालिकाओं के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही है. साथ ही उनके सुरक्षा एवं संरक्षण के लिए कानूनी प्रावधान किया गया है. जिला में सखी वन स्टाॅप सेंटर संचालित है, जहां से महिलाएं व बालिकाएं सहयोग ले सकती हैं. उन्होंने सखी वन स्टाॅप सेंटर का मोबाइल नंबर-9771468004 ,महिला हेल्पलाइन टाॅल फ्री नंबर-181 व आपातकालीन हेल्पलाइन 112 के उपयोग की जानकारी सबों को दी. उन्होंने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या जैसे जघन्य अपराध को रोकते हुए बच्चियों का लालन-पालन सही तरीके से हो तथा उनकी पढाई अवश्य हो, इन्हें आगे बढने का अवसर दें. कहा की बेटी की शादी 18 वर्ष के बाद और लड़के की शादी 21 वर्ष के बाद करें. अगर बाल विवाह होने की जानकारी हो तो उसकी सूचना इन नंबरों पर अवश्य दें ताकि उसे रोका जा सके. कार्यक्रम में उड़ान परियोजना के सहभागी पंकज कुमार, शिक्षक-शिक्षिका राहुल, गुलाफ्सा कमर, जावेद हसन, नीशू कुमारी, स्वीटि रानी, गीता कुमारी, स्नेहा कुमारी, स्वेता कुमारी, छात्रा शालू, जूही, अंजली, अंशू, किरण, अनामिका, साक्षी, नगमा, प्रिया, आरती व अन्य सभी छात्राओं की भागीदारी रही.
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