अठारह के बाद बेटी एवं 21 के बाद बेटा का करें ब्याह
कन्या भ्रूण हत्या जैसे जघन्य अपराध को रोकना होगा
बांका. महिला एवं बाल विकास निगम, समाज कल्याण विभाग के तत्वावधान में शुक्रवार को शहर के अभ्यास मध्य विद्यालय में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम आयोजित हुआ. साथ ही उड़ान परियोजना के तहत बाल सभा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मौके पर महिला विकास निगम के जिला समन्वयक राज अंकुश शर्मा ने कहा कि हम लोगों को बाल अधिकार से जुड़े समस्याओं जैसे लिंगानुपात में सुधार, कन्या भ्रूण हत्या जैसे जघन्य अपराध को रोकना होगा. साथ ही सभी बच्चियों की शिक्षा को सुनिश्चित करने के लिए उन्हें पढने देना होगा. प्रथम संस्था के जिला समन्वयक पंकज कुमार ने कहा कि बाल विवाह रोकथाम के लिए लड़की की शादी 18 वर्ष के बाद एवं लड़का की शादी 21 वर्ष के बाद करनी है. इससे संबंधित अगर किसी प्रकार की कोई परेशानी हो या जानकारी लेनी हो तो महिला हेल्पलाइन टाॅल फ्री नंबर 181 पर काॅल करें. वहीं बच्चों की समस्याओं के समाधान के लिए चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 पर काॅल कर सकते हैं. और आपातकालीन स्थिति में पुलिस सहायता के लिए 112 पर काॅल करें. कार्यक्रम में वन स्टॉप सेंटर की केस वोर्कर अंजना भारती, विध्यालय के प्रधानाध्यापक उदय कुमार चौधरी, महिला एवं बाल विकास निगम (हब फॉर एम्पोवेरमेंट) से उत्कर्ष आनंद, अभिनव सहित विद्यालय के बच्चें मौजूद थे.
आरएमके मैदान में 28 को एक दिवसीय रोजगार मेला
बांका. शहर के आरएमके मैदान में आगामी 28 नवंबर को एक दिवसीय नियोजन मेला आयोजित होगी. इस संबंध में जिला नियोजन पदाधिकारी रोहित आनंद ने बताया है कि एक दिवसीय नियोजन मेले में राज्य के सभी जिलों के तकनीकी एवं गैर तकनीकी क्षेत्रों में योग्यता रखने वाले अभ्यार्थियों के लिए निजी क्षेत्र में रोजगार पाने का सुनहरा अवसर है. यह नियोजन सुबह 10 बजे से 4 बजे शाम तक आयोजित होगी. जिसमें 8वीं, 10वीं, केवाईपी, इंटरमीडिएट, स्नातक, पीजी, आईटीआई, डिप्लोमा, बीटेक, एमटेक आदि अभ्यर्थी भाग ले सकेंगे. इस नियोजन मेला में अधिक से अधिक युवा भाग लेकर रोजगार के पा सकते हैं. इस नियोजन मेला में भाग लेने के लिए इच्छुक आवेदक को एनसीएस पोर्टल (www.ncs.gov.in) पर निबंधन कराना अनिवार्य है. एनसीएस पर निबंधन की सुविधा जिला नियोजनालय बांका के कार्यालय एवं नियोजन मेला स्थल पर होगी. इस मेले में आवेदक अपने नवीनतम पासपोर्ट साइज फोटो, बायोडाटा एवं सभी प्रमाणपत्रों की छायाप्रति अपने साथ अवश्य रखेंगे. जिला नियोजन पदाधिकारी ने बताया है कि मेला में नियोजक निजी क्षेत्र के हैं. जिसमें नियोजन की शर्तों के लिए अभ्यर्थी स्वयं जिम्मेदार हैं. विभाग केवल सुविधा प्रदाता की भूमिका में है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है