भागलपुर/बांका. भागलपुर-हंसडीहा के बीच पहले फेज में बनने वाले फोरलेन के लिए बांका जिले में जमीन अधिग्रहण का रास्ता साफ हो गया है. यहां एनएच 133 ई के किमी 11.735 से किमी 36.600 तक में करीब 1.54 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होना है और इसको सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, नयी दिल्ली ने फाइनल कर दिया है. दरअसल, मिनिस्ट्री से 26 अक्तूबर, 2023 को जमीन अधिग्रहण के लिए गजट प्रकाशित हुआ था. इसके मद्देनजर भूस्वामियों से दावे और आपत्तियों की अपेक्षा की गयी थी. जितनी भी आपत्तियां आयीं, उसका निबटारा कर दिया गया और चिह्नित जमीनों को अब सड़क निर्माण के प्रयोजन के लिए अर्जन कर लेने की बात कही है. मिनिस्ट्री ने सड़क निर्माण के लिए अर्जन की जाने वाली संरचना सहित या संरचना रहित भूमि का संक्षिप्त विवरण यानी, सूची जारी की है.
बाराहाट अंचल के चार गांवों की ली जायेगी जमीन
बांका जिले के बाराहाट अंचल के चार गांवों की जमीन अर्जित की जायेगी. इसमें भोपुर, नेमुआ, मसूदनपुर व खैहरा गांव शामिल हैं. इन गांवों में भूमि की प्रकृति खंता, धनहन, बांध, नाला, भीठ (पूर्व में कभी मकान रहा हो), परती कदीम (अनुपजाऊ बंजर भूमि), परती जहीद(कभी-कभी खेती), बांध व नाली है.फोरलेन बनने से बढ़ेगी कनेक्टिविटी और जाम से मिलेगी निजात
भागलपुर-हंसडीहा के बीच पहले चरण में ढाका मोड़ तक फोरलेन का निर्माण होगा. फोरलेन परियोजना में पेब्ड शोल्डर के साथ ड्रेनेज सिस्टम को बेहतर किया जायेगा. फोरलेन होने से टाउन के बाजारों में जाम की समस्या से निजात मिलेगी. भागलपुर के बायपास थाना के सामने से खड़हरा गांव (ढाका मोड़) तक 36 किलोमीटर फोरलेन का निर्माण होगा. इस पर 765 करोड़ रुपये खर्च होगा. इस प्रोजेक्ट के तहत जगदीशपुर, बलुआचक, रजौन, पुनसिया टाउन में पानी निकासी के लिए बेहतर ड्रेनेज सिस्टम बनेगा. फोरलेन सड़क 14 से 69 मीटर चौड़ी बनेगी.
जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई पूरी होगी, तो खुलेगा टेंडर
फोरलेन का निर्माण कार्य तभी शुरू होगा, जब जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई पूरी होगी. यह कार्रवाई जब पूरी हो जायेगी, तो टेंडर भी खोला जायेगा. अभी अपनायी जा रही टेंडर की प्रक्रिया को जमीन अधिग्रहण नहीं हो पाने की स्थिति में इसको होल्ड पर रखा गया है.765 करोड़ फोरलेन निर्माण पर आयेगा खर्च
पहले फेज में भागलपुर से ढाका मोड़ तक फोरलेन बनेगा. डीपीआर को मंजूरी पहले ही मिल गयी है. इस पार्ट के फोरलेन निर्माण पर संभावित खर्च 915.17 करोड़ आयेगा. यह फोरलेन जब बनकर तैयार हो जायेगा, तो इस पर गाड़ियां फर्राटा भरेंगी. सड़क चकाचक होगी. झारखंड तक का सफर सुगम होगा.
इपीसी मोड पर बनेगा फोरलेन
फोरलेन इपीसी इंजीनियरिंग प्रोक्यूरमेंट कंस्ट्रक्शन (इपीसी) मोड में बनेगा. यानी, कार्य एजेंसी न सिर्फ डिजाइन तैयार करेगी, बल्कि, इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन का कार्य उन्हीं को करना होगा. डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) गाजियाबाद की कंसलटेंसी चेतन्य कंसलटेंट ने तैयार की है.ये होंगे कार्य-45 पुल-पुलिया व कल्वर्ट बनाये जायेंगे.
-सड़क की दोनों ओर एक-एक मीटर चौड़ा फुटपाथ बनाया जायेगा.-ढाका मोड़ और पंजवारा रोड के पास बनेगा रेलवे ओवर ब्रिज.
-जगदीशपुर और पुरैनी में बनेगा फ्लाइओवर.-रजौन में फोरलेन का बनेगा सर्विस रोड.
-सड़क में तीन मीटर डिवाइडर, तो दो मीटर सोल्डर बनेगा.-बिटुमिनस (अलकतरा-गिट्टी) की बनेगी सड़क, लेकिन जहां-जहां जलजमाव की समस्या है वहां होगा पीसीसी का निर्माण.
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