ब्लड का इंतजाम नहीं होने पर मायागंज से निराश लौटी प्रसूता फूलमनि हांसदा
मायागंज भागलपुर में प्रसूता को वांछित स्वास्थ्य सुविधा तो नहीं ही मिली, पति व अन्य परिजनों के साथ धक्का-मुक्की भी की गयी
-सदर अस्पताल बांका से मायागंज के लिए एम्बुलेंस चालक ने वसूले एक हजार-डीएम के निर्देश पर प्रसूता को घर से लाकर रेफरल अस्पताल में किया भर्ती कटोरिया. कटोरिया प्रखंड की एक आदिवासी प्रसूता ब्लड का इंतजाम नहीं हो पाने के कारण गंभीर स्वास्थ्य परेशानी झेलने को विवश है. सदर अस्पताल बांका से सरकारी एंबुलैंस में एक हजार रूपये का भुगतान करने के बाद भी मायागंज भागलपुर में प्रसूता को वांछित स्वास्थ्य सुविधा तो नहीं ही मिली, पति व अन्य परिजनों के साथ धक्का-मुक्की भी की गयी. स्वास्थ्य विभाग से संतोषजनक सेवा नहीं मिल पाने के कारण परेशान परिजन प्रसूता को वापस घर ले आए थे. हालांकि डीएम अंशुल कुमार ने मामला संज्ञान में आते ही विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया. उक्त प्रसूता को पुन: घर से रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां मेडिकल टीम द्वारा उसका समुचित देखरेख किया जा रहा है. हालांकि प्रसूता को एबी-पॉजिटीव ग्रुप का दो यूनिट ब्लड अविलंबन चढ़ाने की जरूरत भी है. प्राप्त जानकारी के अनुसार कटोरिया प्रखंड के डोमसरणी पंचायत के बनरमारा गांव निवासी मंटु मरांडी की पत्नी फूलमनि हांसदा को प्रसव वेदना होने पर गत 18 सितंबर को रेफरल अस्पताल कटोरिया में भर्ती कराया गया. यहां जांच के क्रम में उसे प्री-इक्लेमसिया का मरीज पाया गया. उसका हीमोग्लोबिन लगभग आठ ग्राम था. ब्लड-प्रेशर भी बढ़ा हुआ था. गत 20 सितंबर को उसे सदर अस्पताल बांका रेफर कर दिया गया. जहां ग्यारह बजे दिन में सिजेरियन ऑपरेशन से प्रसूता फूलमनि हांसदा ने पुत्री को जन्म दिया. प्रसव के उपरांत प्रसूता का हीमोग्लोबिन छह ग्राम हो गया था. उसे आनन-फानन में एंबुलैंस से मायागंज रेफर कर दिया गया. जहां प्रसूता के पति से एंबुलैंस चालक ने चार हजार रूपये की डिमांड की. पति मंटु मरांडी ने बताया कि उसने काफी आरजू-मिन्नत कर एक हजार रूपये चालक को दिया. मायागंज में पति को ब्लड का इंतजाम करने को कहा गया. जिसमें पति ने जब असमर्थता जतायी, तो वहां गार्ड द्वारा पति व अन्य परिजनों के साथ धक्का-मुक्की भी किया. प्रसूता से मिलने नहीं दिया जाने लगा. निराश होकर भागलपुर से दो हजार रूपये में ऑटो रिजर्व कर प्रसूता को लेकर परिजन वापस घर लौट आए. इस बीच जिला विधिक प्राधिकार समिति के सदस्य सह पूर्व उपप्रमुख बालेश्वर दास ने मामले की जानकारी डीएम अंशुल कुमार को दी. डीएम के निर्देश पर प्रसूता को बनरमारा गांव स्थित घर से रेफरल अस्पताल में भर्ती किया गया है. चिकित्सकों के अनुसार पहली बार मां बनी प्रसूता फूलमनि हांसदा को शीघ्र ही कम से कम दो यूनिट ब्लड चढ़ाने की जरूरत है. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा एसडी मंडल ने बताया कि प्रसूता को अस्पताल के वार्ड में भर्ती कर समुचित देखभाल की जा रही है.
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