मानदेय भुगतान नहीं होने से नगर पंचायत की सफाई व्यवस्था तीन दिनों से है बंद
मानदेय भुगतान नहीं होने से नगर पंचायत की सफाई व्यवस्था तीन दिनों से है बंद
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अधिकारी और कर्मियों की लापरवाही से हर माह होती है हड़ताल
बौंसी. नगर पंचायत के सफाई कर्मियों को मानदेय भुगतान नहीं होने पर नगर की सफाई व्यवस्था चरमरा गयी है. जगह-जगह गंदगी का अंबार लग गया है. मानदेय भुगतान नहीं होने पर मंगलवार को सफाई कर्मियों ने कार्यालय में पहुंचकर हंगामा करते हुए वेतन भुगतान की मांग की. सफाई कर्मचारियों ने नगर अध्यक्ष कोमल भारती को मामले की जानकारी देते हुए अविलंब मानदेय भुगतान करने की बात कही. साथ ही कहा कि मानदेय भुगतान नहीं होने पर सफाई व्यवस्था पूरी तरह बंद रहेगी. हड़ताल की वजह से नगर में गंदगी बढ़ गयी है. लोगों को कचरे के देर से परेशानी होने लगी है. मालूम हो की नगर पंचायत गठन के करीब 3 वर्ष होने के बाद भी इओ और जनप्रतिनिधियों के ढुलमुल रवैया की वजह से प्रत्येक माह सफाई कर्मियों को मानदेय भुगतान के लिए परेशानी उठानी पड़ती है. सफाई कर्मी विभिन्न वार्डों में अपना कार्य करते हैं. लेकिन सफाई कर्मियों को समय से वेतन का भुगतान नहीं होने पर उनके खान-पान के साथ परिवार में भी कई तरह की परेशानियां उत्पन्न होने लगी है. सफाई कर्मी गौतम, प्रवीण, मनोज सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि तीन दिन पूर्व मामले की जानकारी नगर पंचायत के प्रभारी कार्यपालक पदाधिकारी सुमित्रानंदन को दी गयी थी. जिस पर उन्होंने अविलंब मानदेय भुगतान की बात कही थी. उनके आश्वासन के बाद सफाई का कार्य किया गया था, लेकिन अब तक भुगतान नहीं होने से परेशानी बढ़ने लगी है.कर्मी और नगर अध्यक्ष के बीच तीखी बहस
सफाई कर्मियों को मानदेय भुगतान नहीं होने पर नगर अध्यक्ष के द्वारा कार्यालय में कार्यरत कर्मियों से पूछताछ की जाने लगी. मौके पर नगर अध्यक्ष ने स्वच्छता पदाधिकारी नगमा खान से समय पर सफाई कर्मियों को मानदेय नहीं मिलने की बाबत पूछताछ की तो स्वच्छता पदाधिकारी ने बताया कि उनके द्वारा सारा कार्य 7 फरवरी को ही पूरा कर लिया गया था. कार्यालय में कार्यरत कर्मी धर्मवीर भगत उर्फ सोनू को फाइल बढ़ाने के लिए कागजात दे दिए गये थे. नगर अध्यक्ष के द्वारा जब धर्मवीर से बात की गई तो उसने झल्लाते हुए कहा कि उसके पास 100 काम है. वह अपना काम कर रहा है और कहते हुए नगर अध्यक्ष के पास से चला गया. मालूम हो कि वहां कार्यरत कर्मियों को अलग-अलग कार्य दिए गए हैं. लेकिन प्रत्येक माह समय पर कोई कार्य नहीं हो रहा इसकी वजह से मानदेय भुगतान में परेशानी हो रही है. हालांकि कार्यालय परिसर में सफाई कर्मियों के मानदेय भुगतान को लेकर कागजी कार्य किया जा रहा था.कहते हैं प्रभारी इओ
इस मामले में प्रभारी कार्यपालक पदाधिकारी सुमित्रानंदन झा ने बताया कि देर रात तक ऑफिस में मानदेय भुगतान को लेकर कार्य किए गये. बुधवार तक सारे कर्मियों को उनके खाते में मानदेय राशि चली जायेगी.
कहती है नगर अध्यक्ष
इस मामले में नगर अध्यक्ष ने बताया कि प्रत्येक माह बिना मजदूरों के हड़ताल किये उन्हें मानदेय भुगतान नहीं किया जाता है. कार्यालय के पदाधिकारी और कर्मियों की लापरवाही की वजह से ऐसा हो रहा है. ऐसे लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है