दो पंचायतों में संचालित टीबी मुक्त कार्यक्रम की अधिकारी ने की समीक्षा

राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत बांका जिला को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है. वहीं कटोरिया प्रखंड के तरगच्छा व कोल्हासार पंचायत को टीबी मुक्त पंचायत बनाने को लेकर जिला यक्ष्मा विभाग ने गोद लिया है.

By Prabhat Khabar Print | June 21, 2024 12:30 AM

कटोरिया.राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत बांका जिला को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है. वहीं कटोरिया प्रखंड के तरगच्छा व कोल्हासार पंचायत को टीबी मुक्त पंचायत बनाने को लेकर जिला यक्ष्मा विभाग ने गोद लिया है. दोनों पंचायतों को टीबी मुक्त बनाने को लेकर जांच शिविर आयोजित कर चिंहित मरीजों का उपचार व फॉलोअप करने का कार्य जारी है. इसी कड़ी में जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ सोहेल अंजुम ने गुरुवार को कटोरिया रेफरल अस्पताल के यक्ष्मा यूनिट एवं लैब का निरीक्षण किया. इस क्रम में उन्होंने तरगच्छा व कोल्हासार पंचायत को टीबी मुक्त पंचायत बनाने के कार्यक्रम की समीक्षा की. साथ ही टीबी बीमारी से संबंधित दोनों पंचायतों के अलावा प्रखंड में टीबी के कितने केस हैं, मरीजों का कैसा इलाज चल रहा है, लक्ष्य की प्राप्ति की दिशा में प्रगति की क्या स्थिति है, जैसी कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर अद्यतन रिपोर्ट व जानकारी ली. जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ सोहेल अंजुम ने कहा कि बांका जिला को टीबी मुक्त बनाने की दिशा में सार्थक प्रयास जारी हैं. विभिन्न क्षेत्रों में टीबी ग्रसित मरीजों की पहचान के लिए समय-समय पर टीबी स्क्रीनिंग कैंप लगाया जाता है. चिंहित मरीजों को चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध करायी जाती है. साथ ही लोगों को टीबी से सुरक्षित रहने के लिए आवश्यक जानकारियां भी शेयर की जाती है. इस मौके पर डॉट्स के वरीय पर्यवेक्षक गणेश झा, सहायक अनुज कुमार, रेफरल अस्पताल के चिकित्सक डॉ विनोद कुमार, वरीय यक्ष्मा पर्यवेक्षक सुनील कुमार, लैब टेक्निशियन रामकृष्ण कुमार आदि मौजूद थे.

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