समन्वय स्थापित कर सभी योजना धरातल पर उतारें अधिकारी: डीएम
जिला समन्वय समिति की समीक्षा बैठक मंगलवार को समाहरणालय सभागार में डीएम अंशुल कुमार की अध्यक्षता आयोजित हुई.
बांका. जिला समन्वय समिति की समीक्षा बैठक मंगलवार को समाहरणालय सभागार में डीएम अंशुल कुमार की अध्यक्षता आयोजित हुई. इस दौरान डीआरडीए अंतर्गत क्रियान्वित योजना पीएम आवास ग्रामीण, मनरेगा, लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान, सीपी ग्राम, राजस्व, कल्याण, परिवहन, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, पंचायती राज, सीडब्लूजेसी, पीएचईडी, सिंचाई, भवन, आरडब्लूडी 1 एवं 2 सहित एलईएओ आदि विभागों के कार्यों की अद्यतन प्रगति की समीक्षा की गयी. डीएम ने कहा कि विकासात्मक कार्यों को धरातल पर उतारने के लिए विभागीय समन्वय जरूरी है. ऐसे में विभागीय अधिकारी इस दिशा में साकारात्मक पहल करें. कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा को निर्देश दिया गया कि 6 जून को उद्घाटन किए जाने वाले आंगनवाड़ी केंद्र, कचरा प्रसंस्करण इकाई एवं जीविका भवन की सूची प्राप्त करते हुए तैयारी पूर्ण करें. मानव सृजन में एससी-एसटी व महिलाओं की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करें. ग्राम पंचायतों में शत-प्रतिशत शौचालय की सुलभ उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए शौचालय का निर्माण करने एवं 12 हजार प्रोत्साहन राशि डीबीटी के माध्यम से सभी लाभुकों को मुहैया कराने का निर्देश दिया गया. मौके पर सभी सीओ को अग्निकांड एवं अन्य दुर्घटना से संबंधित अभिलेख तैयार कर जिला आपदा प्रबंधन शाखा में उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया. जिला पशुपालन पदाधिकारी को मृत पशु से संबंधित सभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट जिला आपदा प्रबंधन शाखा में उपलब्ध कराने की बात कही. इसके अलावा कबीर अंत्येष्टि से संबंधित पीपीटी तैयार करने, विद्युत विभाग को विद्युत की समस्या दूर करने, पंचायत सरकार भवन निर्माण में तेजी लाने, पेयजल समस्या दूर करने, सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने आदि मामलो में संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया. उधर डीसीएलआर को भूमिहीन परिवार को भूमिदान का लाभ दिलाने, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत लाभार्थियों को लाभ दिलाने, पीएम किसान सम्मान निधि योजना में लाभार्थियों का सत्यापन कराने मामले में भी तेजी लाने का निर्देश दिया गया. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग, जिला खनन, सीपी ग्राम, सीडब्लूजेसी, एमजेसी, जिला लोक शिकायत एवं अनुमंडल लोक शिकायत से संबंधित सभी लंबित मामलों को अभिलंब निष्पादित करने का निर्देश दिया गया. बैठक में एडीएम, डीडीसी, एसडीओ सहित अन्य वरीय अधिकारी मौजूद थे.
कृषि ज्ञान वाहन किसानों को सिखा रही आधुनिक खेती के गुर
बांका. जिले के किसानों को खेती के आधुनिक गुर सिखाने के लिए कृषि विश्वविद्यालय सबौर के द्वारा कृषि वाहन ज्ञान रवाना किया गया है. जो वाहन मंगलवार को बांका पहुंच चुकी है. और पहले दिन सदर प्रखंड के झिरवा गांव पहुंचकर किसानों को खेती के आधुनिक तरीकों की जानकारी दी गयी. बताया जा रहा है यह वाहन बांका में चार दिनों तक विभिन्न क्षेत्रों में भ्रमण कर ऑडियो व वीडियो के माध्यम से किसानों को आधुनिक खेती की जानकारी देगी. साथ ही कृषि ज्ञान वाहन में मिट्टी जांच की सुविधा, किसानों को फसल विशेष के लिए उर्वरक व्यवहार की मात्रा, पशुओं की समस्याओं का त्वरित निदान, कीट-व्याधि सहित खरपतवार की पहचान एवं उसके प्रबंधन की जानकारी दी जा रही है. इसके अलावा किसानों को मौसम अनुकूल खेती के साथ साथ पशुपालन से संबंधित जानकारी दिया जा रहा है. कार्यक्रम में केवीके के मृदा वैज्ञानिक संजय मंडल सहित आत्मा निदेशक एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे.
डीएम ने किया बज्रगृह का निरीक्षण
बांका. जिला निर्वाची पदाधिकारी सह डीएम अंशुल कुमार के द्वारा मंगलवार को पीबीएस कॉलेज व केंद्रीय विद्यालय स्थित बज्रगृह का निरीक्षण किया गया. इस दौरान डीएम ने प्रतिनियुक्ति नोडल अधिकारी सहित अन्य वरीय अधिकारियों को मतगणना तक हर गतिविधियों पर पैनी नजर रखने की बात कही.तीन दिनों के अंदर पूर्व के योजना का करें स्थल जांच- डीडीसी
बांका. उप विकास आयुक्त अंजनी कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को उनके कार्यालय वेश्म में समीक्षा बैठक आयोजित हुई. बैठक में आधार सीडिंग, जिओ मनरेगा, वृक्षारोपण एवं मेट डेप्लॉयमेंट की समीक्षा की गई. सभी कार्यक्रम पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि तीन दिनों के अंदर 2017 से पूर्व के योजनाओं का स्थल जांच कर यह सुनिश्चित करेंगे कि योजना कार्य स्थल पर क्रियान्वित है या नहीं. साथ ही कार्यान्वित योजनाओं का शत-प्रतिशत जिओ टैग करना सुनिश्चित करेंगे. जो योजना कार्यान्वित नहीं है. उससे संबंधित कर्मियों के विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई की बात कही. बैठक में डीआरडीए निदेशक, जिला कार्यक्रम अधिकारी एवं सभी कार्यक्रम पदाधिकारी मौजूद थे.किसानों को दी जा रही मधु उत्पादन का प्रशिक्षण
बांका. जिले के किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए जिला कृषि विभाग आत्मा के द्वारा धौरेया प्रखंड में करीब 50 किसानों को तीन दिवसीय मधु मक्खी पालन व मधु प्रसंस्करण का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इस संबंध में आत्मा निदेशक विपुल विप्लव ने बताया है कि किसानों को अपने पैरो पर खड़ा करने के लिए मधु पालन से जोड़ा जाना है. ताकि किसानों की आय में वृद्धि हो. इस कार्यक्रम के अंतर्गत मधु उत्पादन एवं प्रशंसकृत कर लंबे समय मधु को जमा कर रखने आदि की जानकारी दी जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है