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सड़क किनारे सब्जी बेचने के साथ करती है पढ़ाई, आइपीएस बनना चाहती है पल्लवी

सड़क किनारे सब्जी बेचने के साथ करती है पढ़ाई, आइपीएस बनना चाहती है पल्लवी

By Prabhat Khabar News Desk | June 3, 2020 11:54 PM

भागलपुर : जज्बा अगर 10वीं की छात्रा पल्लवी कुमारी जैसा हो तो गरीबी के बावजूद लक्ष्य पाने में कोई मुश्किल नहीं आयेगी. इशाकचक ईश्वरनगर निवासी व झुनझुनवाला कन्या उच्च विद्यालय की छात्रा पल्लवी अपने मां पिता के साथ डिक्शन मोड़ पर सब्जी बेचती है. सब्जी बेचने के दौरान जब भी समय मिलता है वह किताब कॉपी लेकर पढ़ाई में लीन हो जाती है. पल्लवी का सपना है कि वह पढ़ लिखकर आइपीएस अफसर बने. गरीब घर की बिटिया अफसर बनने के अपने सपने को हर हाल में पूरा करना चाहती है.

बुधवार को उसकी सब्जी दुकान पर पहुंचा हर व्यक्ति यह देख कर दंग रह जा रहा था कि जिस तेजी से वह सब्जी की कीमत बताने के साथ उसे तौल रही थी उतनी ही तेजी से वह गणित के प्रश्न भी हल करते दिखी. पल्लवी के पिता पवन साह व माता रीता देवी ने बताया कि उनका पैतृक निवास लालूचक अंगारी में है. उन्हें जायदाद से बेदखल कर चार बच्चों के साथ घर से निकाल दिया गया. वह इशाकचक में किराये पर रहकर किसी तरह गुजर बसर कर रहे हैं. पल्लवी ने बताया कि वह अपने माता-पिता को न्याय दिलाना चाहती है.

इन्हें बुढापे में कोई परेशानी न हो इसलिए खूब पढ़ लिखकर पुलिस विभाग में ज्वाइन करने का प्रण लिया है. पल्लवी का कहना है कि वह अच्छे अंक से मैट्रिक, इंटर व स्नातक की परीक्षा पास कर सिविल सेवा प्रवेश परीक्षा में सफल होना चाहती है.2021 में मैट्रिक की परीक्षा देगी पल्लवी, घंटों करती है पढ़ाईपल्ल्वी ने बताया कि वह 2021 में मैट्रिक परीक्षा में शामिल होगी. पल्लवी ने बताया कि लॉकडाउन के कारण घर की आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो गयी है. तीन बहन व एक दिव्यांग भाई के लालन-पालन में मां पिता को काफी परेशानी हो रही है. बच्चों में सबसे बड़ी पल्लवी का कहना है कि वह घर चलाने में अपने मांं-पिता को मदद करती है. साथ ही रोजाना घंटों पढ़ाई भी करती है.

लॉकडाउन से पहले पिता चलाते थे ई-रिक्शा, अब सब्जी बेचने को मजबूर है मांपल्लवी की माता रीता देवी ने बताया कि इस गरीबी में भी वह अपने सभी बच्चों को पढ़ा लिखाकर अपने पैर पर खड़ा करना चाहती है. पल्लवी के पिता पवन साह लॉकडाउन से पहले ई-रिक्शा चलाकर अपने परिवार का पेट भर रहे थे. लेकिन लॉकडाउन के कारण सब्जी बेचने को मजबूर हैं. अबतक कोई सरकारी सहायता नहीं मिली. रीता देवी ने कहा कि पल्लवी को बिना सरकार व स्कूल की मदद के आगे पढ़ाने में काफी मुश्किलें आयेगी.

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