बेलहर. प्रखंड क्षेत्र में लोक आस्था का महापर्व छठ की तैयारी हर गांव में प्रारंभ होने लगी है. बाजारों में छठ पर्व को लेकर खरीदारी भी आरंभ हो गयी है. छठ पर्व मनाने के लिए मुख्य रूप से बेलहरनी नदी, बदुआ नदी, केलाबाडी बांध, बेलहरना एवं बदुआ नहर के साथ-साथ विभिन्न गांव के तालाब एवं बांध में हजारों की संख्या में श्रद्धालु एकत्रित होकर छठ पर्व मनाते हैं. बिहार का सबसे महत्वपूर्ण पर्व छठ को मनाने के लिए देश के विभिन्न राज्यों एवं विदेश में रहने वाले बिहारी अपने गांव लौटते हैं और काफी श्रद्धा एवं भक्ति भाव से छठ पर्व में शामिल होते हैं. इसके बाद भी छठ घाट की स्थिति काफी दयनीय बनी होती है. स्थानीय ग्रामीण एवं लोग काफी मशक्कत से नदी बांध, तालाब नहर के खतरनाक गंदगी के अंबार से भरा घाटों को किसी तरह साफ-सफाई कर छठ पर्व मनाने को मजबूर होते हैं. मुख्य रूप से बेलहनी नदी के लौढ़िया पुल से मटिया घाट तक नदी के दोनों किनारे गंदगी तथा झाड़ी का अंबार लगा हुआ है. अब तक स्थानीय जनप्रतिनिधि या स्थानीय प्रशासन के द्वारा इसकी साफ-सफाई का कोई प्रयास नहीं किया गया है. ग्रामीण स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं प्रशासन से घाट की सफाई की आस लगाए बैठे हैं. नदी के किनारे मछली की अपशिष्ट एवं कूड़े फेंकने से नदी पूरी तरह से दूषित एवं गंदगी से भरा हुआ है. बदुआ नदी के मथुरा पुल के पास साहबगंज बाजार से भारी मात्रा में कूड़ा लाकर फेंक देने के कारण गंदगी का अंबार लगा हुआ है. जबकि साहबगंज में लाखों रुपये की लागत से कूड़ा संग्रह के लिए ब्लूपीयू का निर्माण किया गया है. नदियों के किनारे गंदगी की अंबर को देखकर श्रद्धालु काफी चिंतित है. क्योंकि छठ पर्व पूरी साफ-सफाई एवं नेम निष्ठा का पर्व है.
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