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टीबी को समाज से दूर भगाने के लिए समृद्ध लोग आगे आएं- डीएम

स्वास्थ्य विभाग की बैठक में डीएम ने बताया कि टीबी एक जानलेवा बीमारी है. इसलिए सरकार अपने स्तर से इस बीमारी की निशुल्क जांच एवं उपचार कर रही है. कहा कि टीबी को समाज से दूर भगाने के लिए समृद्ध लोगों को आगे आना होगा.

By Prabhat Khabar News Desk | July 24, 2024 7:58 PM

बांका. राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम को लेकर डीएम अंशुल कुमार की अध्यक्षता में बुधवार को समाहरणालय मिनी सभागार में स्वास्थ्य विभाग की बैठक हुई. बैठक में डीएम ने बताया कि टीबी एक जानलेवा बीमारी है. इसलिए सरकार अपने स्तर से इस बीमारी की निशुल्क जांच एवं उपचार कर रही है. कहा कि टीबी को समाज से दूर भगाने के लिए समृद्ध लोगों को आगे आना होगा. उनसे आग्रह है कि टीबी मुक्त भारत अभियान को सफल बनाने के लिए निक्षय मित्र बनकर गरीब एवं असहाय टीबी मरीजों को गोद लेकर इलाज की अवधि तक खाद्य सामग्री मुहैया कराएं. समाज में अपने आस पास अगर कोई टीबी के लक्षण वाले मरीज मिले तो तुरंत सरकारी अस्पताल भेंजे. बैठक में सीएस अनिता कुमारी, एसडीओ अविनाश कुमार, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी, जिला संसारी रोग पदाधिकारी डा. मो. सोहेल अंजुम, डीपीएम ब्रजेश कुमार सिंह, लेखा प्रबंधक अमरेंद्र कुमार आर्य सहित शहर के कई बुद्धिजीवी, व्यवसायी एवं रेड क्रॉस सोसाइटी के सदस्य मौजूद थे.

बेहतर धान की खेती के लिए सिंचाई व्यवस्था को दुरुस्त करें- डीएम

बांका. जिले में धान की खेती को बेहतर कराने के लिए डीएम ने बुधवार को सिंचाई विभाग की समीक्षा बैठक ली है. जिसमें सिंचाई प्रमंडल को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया है. इस दौरान सिंचाई प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि हर खेत तक सिंचाई का पानी योजना पार्ट 3 के तहत 23-24 में कुल 12 योजना ली गयी है. जिसमें से 11 पूर्ण हो चुका है. शेष एक योजना को दो दिनों के अंदर पूरा कर लिया जायेगा. वहीं चांदन, ओढ़नी, बिलासी व वदुआ डैम आदि में पानी उपलब्ध है जो 15 से 20 दिनों तक किसानों के सिंचाई के लिए उपलब्ध कराया जा सकता है. डीएम ने कहा कि सिंचाई के अलावा ओढ़नी डैम परिसर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एप्रोच पथ निर्माण कार्य का डीपीआर बनाएं और स्वीकृति के लिए विभाग को स्मार- पत्र भेजने का निर्देश दिया गया. कार्यपालक अभियंता, सिंचाई प्रमंडल बौंसी ने बताया कि चांदन मुख्य नहर के 127 चैन पर एक्वायर्ड का निर्माण हो जाने के बाद एक सप्ताह के अंदर मुख्य नहर में पानी छोड़ दिया जायेगा. कार्यपालक अभियंता सिंचाई प्रमंडल बिजीखोरबा के द्वारा बताया गया कि मधुबन चैनल का पुनर्स्थापन कार्य पूर्ण हो गया है. वहीं कानीमोह वीयर एवं इससे जुड़े नहर का पुनर्स्थापन का 70 प्रतिशत कार्य हो चुका है. डीएम ने कहा कि सभी योजनाओं को ससमय पूर्ण कराएं. इसके अलावा इन सभी योजनाओं के पूर्ण होने पर पौधरोपण कराए. बैठक में डीडीसी सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे.

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