चुनावी समय में राजद की सक्रियता नहीं आयी काम, अपेक्षानुसार नहीं रीझे वोटर

अपेक्षानुसार नहीं रीझे वोटर

By Prabhat Khabar News Desk | June 5, 2024 11:23 PM

प्रतिनिधि, बांका: बांका लोकसभा का चुनावी परिणाम सामने आ गया है. यहां दोबारा बड़े अंतर से गिरिधारी यादव ने चुनाव जीतने में कामयाबी पायी है. जबकि, राजद पिछले प्रदर्शन में सुधार के बावजूद हार गयी. हालांकि, चुनाव परिणाम पर दूसरे दिन यानी बुधवार को जगह-जगह चर्चा का बाजार गर्म था. पान दुकान से लेकर दफ्तर और चौक से लेकर बाजार तक में केवल रिजल्ट और किसकी सरकार बनेगी, इसकी की चर्चा मुख्य रुप से की जा रही थी. अमरपुर बस स्टेंड पर एक सज्जन कहते हुए पाये गये कि वह राजद का कोर वोटर है. कुछ भी हो जाय लालू छोड़कर कभी किसी को वोट नहीं किया है. इस बार जबरदस्त हवा थी. यदि जयप्रकाश जी पांच साल मेहनत करते तो परिणाम आज जीत में बदल सकता था. वहीं पास खड़े एक अन्य सज्जन ने बताया कि देखिये पूर्णिया में पप्पू यादव निर्दलीय जीत गये. वह पूरे समय क्षेत्र में सक्रिय रहे. पिछले बार चुनाव हार गये थे लेकिन क्षेत्र को कभी नहीं छोड़ा. यदि राजद के प्रभावशाली नेता अगर पांच साल क्षेत्र में जीतोड़ मेहनत करते तो आज उनका भी परिणाम अच्छा आ सकता था. केवल चुनाव के दौरान सक्रियता से बात मतदाता अपेक्षानुसार नहीं रीझ पाये. काफी समय से इस बहस को सुन रहे एक अधेड़ व्यक्ति ने इन सभी बातों का कटाक्ष करते हुए कहा कि ई सब कोई बात नहीं है. चुनाव के समय इन सब बातों का कोई मोल नहीं है. यहां दो धारा की बीच सदा लड़ाई रही है. एनडीए का वोट बैंक उसके साथ रहा. अब चुनाव जात-पात पर है. बहरहाल, इसी तरह की चर्चाएं दिन-रात क्षेत्र में अभी जारी है. साथ ही वोटों का आकलन सभी अपने-अपने चश्मे से की जा रही है.

धोरैया में जदयू का बढ़ा वोट बैंक

2019 लोकसभा की तुलना करें तो जदयू यानी एनडीए के वोट बैंक में गिरावट हुई है. हालांकि, केवल धोरैया विधानसभा के वोट ने पिछले चुनाव की अपेक्षा अधिक मत जदयू को दिया है. 2019 के चुनाव में धोरैया के 89910 लोगों ने जदयू को वोट किया था, जबकि इस बार 95641 मत पड़े हैं. बताया जा रहा है कि धोरैया से जदयू के पूर्व विधायक ने इसके लिए अपने कार्यकर्ताओं के साथ खूब पसीना बहाया है. जबकि, गिरिधिारी यादव भी इस क्षेत्र में काफी मेहनत करते नजर आये. बहरहाल, जदयू फिर भी कटोरिया छोड़ सभी विधानसभा में अपनी बढ़त बरकरार रखने में कामयाब रहा. जबकि, राजद के वोट बैंक में पिछले चुनाव की तुलना बढ़ोत्तरी हुई है. परंतु, कटोरिया के अलावा कहीं भी उसे लीड नसीब नहीं हुआ. कटोरिया में राजद को 60

2019 लोकसभा चुनाव में गिरिधारी और जयप्रकाश को मिले वोट विधानसभा जदयू राजद जदयू को बढ़त

सुल्तानगंज 91896 48307 43589

अमरपुर 80713 39776 40937

धोरैया 89910 49266 40644

बांका 68719 45697 23022

कटोरिया 67642 45706 21936

बेलहर 77397 47676 29721

2024 लोकसभा चुनाव में जदयू और राजद को मिले वोट

विधानसभा जदयू राजद जदयू को बढ़त

सुल्तानगंज 88363 61614 26749

अमरपुर 84864 55751 29113

धोरैया 95641 68758 26883

बांका 82718 64687 18031

कटोरिया 67742 73764 6022 राजद का बढ़त

बेलहर 86346 76993 9353

.क्या इस बार गिरिधारी का मंत्री बनने का सपना होगा पूरा बांका: केंद्र में एनडीए घटक दल की बैठक के बाद यह साफ हो गया कि राजग के सभी घटक दल एकजुट हैं. कयास यह भी लगाया जा रहा है कि इस बार केंद्र की सरकार में जदयू की बड़ी भूमिका हो सकती है. मंत्री मंडल में जदयू के कई सांसद शामिल हो सकते हैं. इस बीच बांका सांसद गिरिधारी यादव की भी चर्चा तेज हो गयी है. उकने समर्थकों और कुछ लोगों का कहना है कि गिरिधारी यादव का इस बार मंत्री बनने का सपना पूरा हो सकता है. गिरिधारी यादव के पास मंत्री बनने का वह सारा अनुभव है, जो दूसरे नेताओं के पास है, जो दूसरे सांसद के पास है. बहरहाल, गिरिधारी यादव के सियासी यात्रा और अनुभवों की बात करें तो गिरिधारी यादव चौथी बार सांसद निर्वाचित हुए हैं. गिरिधारी यादव 1996, 2004, 2019 और 2024 में सांसद के तौर पर निर्वाचित हुए. इसके अतिरिक्त वह बेलहर और कटोरिया से दो-दो बार यानी कुल चार बार विधायक भी निर्वाचित हो चुके हैं. उनके पास एक लंबा राजनीतिक अनुभव है. हालांकि, मंत्री मंडल में जातीय समीकरण में वह फिट बैठते या नहीं यह भविष्य बतायेगा.

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