प्रशासन के सख्त तेवर के बावजूद भी प्रतिबंधित घाटों से बालू उठाव जारी
जिले में अवैध बालू उठाव को लेकर प्रशासन सख्त है. डीएम व एसपी के निर्देश पर विभिन्न क्षेत्रों में अवैध बालू उठाव की रोकथाम के लिए कई टीम गठित की गयी है.
बांका. जिले में अवैध बालू उठाव को लेकर प्रशासन सख्त है. डीएम व एसपी के निर्देश पर विभिन्न क्षेत्रों में अवैध बालू उठाव की रोकथाम के लिए कई टीम गठित की गयी है. एसडीएम, एसडीपीओ व खनन विभाग के द्वारा लगातार छापेमारी भी की जा रही है. इसके अलावा स्थानीय पुलिस भी लगातार गश्ती पर रहते है. बावजूद प्रतिबंधित घाटों से बालू का उठाव नहीं रुक रहा है. जिले के अमरपुर, रजौन व धोरैया सहित अन्य जगहों के बालू घाट से रात के अंधेरे में चोरी छिपे अवैध बालू का उठाव हो रहा है. अमरपुर के चांदन नदी किनारे तारडीह, बिरमा, चोकर, मादाचक सहित अन्य प्रतिबंधित घाटों पर शाम ढलते ही बालू माफिया सक्रिय हो जाते है और माफिया यह बालू भागलपुर सीमा क्षेत्र में प्रवेश कर उंची किमत पर बालू की बिक्री करते है. वहीं रजौन के मंझगाय, पत्तीचक, रुपसा, दामोदरपुर, राजावर सिंहनान, भगवानपुर व बखड्डा सहित अन्य घाटों पर माफिया विभिन्न तकनीक अपनाकर बालू का उठाव करते है. अक्सर देखा जा रहा है कि सभी जगहों पर जुगाड़ गाड़ी, ऑओ, टोटो व घोड़ गाड़ी आदि सक्रिय है. रात के अंधेरे में इन वाहनों से घाट से दूर लेजाकर बालू को डंप करते है. फिर डंप बालू को ट्रैक्टर व बड़े वाहनों पर लोड़कर डिमांड के अनुसार गंतव्य तक पहुचाते है. बालू का यह खेल इतना सुनियोजित तरीके से की जाती है कि स्थानीय पुलिस भी इसके झांसे में आ जाते है. जानकारों की माने तो बालू माफिया का नेटवर्क बहुत ही मजबूत है. इनके पासिंग गिरोह हर जगह सक्रिय रहते है, जो रात में पुलिस की रैकी कर अपने आका को बताते रहते है.
कहते हैं खनन पदाधिकारी
विभाग के द्वारा अवैध बालू उठाव के विरुद्ध लगातार छापेमारी जारी है. गठित पुलिस टीम के द्वारा बड़े स्तर पर कार्रवाई भी जारी है. हालांकि विभाग के द्वारा अवैध खनन को रोकने के लिए चार जगहों पर चेक पोस्ट भी बनाये जायेंगे. इसके लिए एक प्रस्ताव मुख्यालय को भेजी गयी है.कुमार रंजन, खनिज विकास पदाधिकारी, बांकाB
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