सरफराज आलम है दवा कारोबारी के अपहरण का सूत्रधार
बाराहाट बाजार से दवा कारोबारी के अपहरण एवं 25 लाख रुपये की फिरौती मांगने के मामले में मुख्य सूत्रधार मो सरफराज आलम को माना जा रहा है.
बाराहाट.बाराहाट बाजार से दवा कारोबारी के अपहरण एवं 25 लाख रुपये की फिरौती मांगने के मामले में मुख्य सूत्रधार मो सरफराज आलम को माना जा रहा है. पुलिस के मुताबिक सरफराज आलम ही इस पूरे घटनाक्रम का सूत्रधार है.
यह वही मो. सरफराज आलम है, जो पिछले दिनों काफी जोर-शोर से राजनीतिक हस्तियों के बीच अपनी पैठ इतनी मजबूत कर चुके थे कि एक समय बाराहाट प्रखंड में राजद पार्टी को दो धड़ों में बांट दिया था और दोनों ही धड़ों के समर्थक अपने आप को राष्ट्रीय जनता दल का सच्चा सिपाही बताते थे. इतना ही नहीं बाराहाट और इसके आसपास के क्षेत्र में मो. सरफराज आलम ने करोड़ों रुपये जमीन के प्लॉटिंग में लगाये हुए थे. अच्छा खासा कारोबार चल रहा था. वह पूरे शबाब के साथ अर्श पर थे, लेकिन इस प्रकरण से सीधे अर्श से वह फर्श पर आ गये हैं.यहां तक कि मो. सरफराज आलम ने वकायदा राष्ट्रीय जनता दल का पटना मुख्यालय पहुंचकर जगदानंद सिंह एवं कई अन्य वरिष्ठ राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं के सामने राजद की सदस्यता ग्रहण की थी. अब सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर मो. सरफराज आलम की तस्वीर और राष्ट्रीय जनता दल के कई नेताओं के साथ उनकी तस्वीर तेजी के साथ वायरल हो रही है. हालांकि मोहम्मद सरफराज आलम ने अपने ऊपर लगाये गये आरोप को खारिज किया है.
अजय कुमार साह की जुबानी
उसे 28 जुलाई को मो. सरफराज ने एक जमीन के खरीद बिक्री के मामले में उसे कमलपुर बुलाया था. जब वह उसके बुलावे पर तकरीबन 6 बजे शाम में कमलपुर पहुंचा तो वहां पर सरफराज एवं सूरज कुमार झा, छोटू यादव, कार्तिक चौधरी एवं रितेश मिश्रा मौजूद थे. जैसे ही अजय वहां पहुंचा सभी ने उसे मारपीट करना शुरू कर दिया. वजह पूछने पर बताया गया कि तुम्हें अपहरण कर लिया गया है और अपने घर से साढे तीन लाख रूपए लेकर दो इसके बाद तुम्हें मुक्त किया जायेगा. इसके बाद आरोपियों ने फोन के माध्यम से पीड़ित की पत्नी को मामले की जानकारी दी. बताया जाता है कि 3:50 लाख रुपये लेकर पत्नी जब बताये गये जगह पर पहुंची तो उसके हाथ से पैसों से भरा बैग झपटकर सभी लोग स्कॉर्पियो पर बैठ गये और वहां से दवा कारोबारी के साथ भाग गये. इस बीच पत्नी बदलते घटनाक्रम पर हक्की-बक्की रह गयी और वहां से चुपचाप अपने घर लौट गयी. इधर कुछ देर बाद अपहरणकर्ताओं ने पुनः पत्नी को धमकी भरे फोन करते हुए कहा कि मामले की जानकारी किसी को भी दी तो उसके पति की हत्या कर दी जायेगी. यहां तक की पुलिस से भी कोई मदद नहीं लेने की हिदायत दी. साथ ही दवा कारोबारी को साथ में लेकर सभी अपहरणकर्ता स्कॉर्पियो से झारखंड के महागामा पहुंचे. वहीं से अजय कुमार साह के मुताबिक उसे रात में ही बड़हरवा सभी लोग लेकर पहुंच गये और रात में ही उसे एक कमरे में बंद करते हुए बेरहमी के साथ मारा पीटा जाने लगा. अजय ने जो स्थानीय मीडिया कर्मियों को अपनी चोटों दिखाई वह किसी के भी रोंगटे खड़ा कर सकता है. अपहरणकर्ताओं ने यातना देने की सारी हदें पार करते हुए. उसे शरीर के हर हिस्से में चोट पहुंचाने का प्रयास किया, जो चोट उसके शरीर पर साफ झलक रही थी.
फर्द बयान पर प्राथमिकी
इधर इस मामले में थानाध्यक्ष दीपक पासवान ने बरामद दवा कारोबारी और उसकी पत्नी अंजली कुमारी के फर्द बयान पर मो सरफराज आलम पिता मो. सिद्दीक घर जयपुर, सूरज कुमार झा ग्राम कमालपुर, छोटू यादव ग्राम पुनसिया बस्ती, कार्तिक चौधरी ग्राम मिर्जापुर, रितेश मिश्रा ग्राम फुलहरा के खिलाफ प्राथमिक दर्ज की है.
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