प्रतिनिधि, बौंसी. शारदीय नवरात्र नगर व प्रखंड क्षेत्र में धूमधाम से मनाया जा रहा है. क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों में और पूजा पंडालों में सुबह से ही दर्शन को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी. महिला, युवती व पुरुष श्रद्धालुओं के साथ-साथ बच्चों ने भी मां दुर्गा की विभिन्न मंदिरों में पहुंचकर पूजा अर्चना की. नवरात्र के चौथे दिन रविवार को मां के कूष्मांडा स्वरूप का पूजन किया गया. सुबह मंदिरों के पट खुलते ही परिसर घंटा शंखनाद और देवी माता के जयकारों से गूंज उठा. मंदिर कमेटी के सदस्यों के द्वारा श्रद्धालुओं को कतारबद्ध तरीके से पूजा अर्चना कराई जा रही है. ऐसे में लोगों की परेशानियां कम देखी गयी. पंडितों की माने तो मां के इस स्वरूप की पूजा करने पर भक्तों को कम समय ही में ही कृपा का सूक्ष्म भाव अनुभव होने लगता है. यह देवी अपने भक्तों को व्याधियों से मुक्त करती है और सुख समृद्धि और उन्नति प्रदान करती है. प्रखंड क्षेत्र के नया गांव स्थित देवी मंदिर में देवी पुराण का कार्यक्रम किया जा रहा है. मंदराचल वाले पंडित बाबा राजहंस जी महाराज के द्वारा यहां पर चौथे दिन मां सती के प्रसंग पर चर्चा की गयी और श्रद्धालुओं को मां सती के बारे में प्रवचन के माध्यम से बताते हुए कहा कि बगैर निमंत्रण के सती अपने पिता के यज्ञ में गयी थी. जहां अपने पति भगवान शिव का अपमान सहन नहीं होने पर अग्निकुंड में कूद कर प्राण त्याग दी थी. इसके बाद महादेव का कोपभाजन सभी को बनना पड़ा था. इस मौके पर भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे. कार्यक्रम में कथावाचक के साथ-साथ अन्य के द्वारा मां दुर्गा के भजनों की प्रस्तुति दी गयी. इस मौके पर विभिन्न वाद्य यंत्रों पर अमित चौधरी, निरंजन कुमार, प्रवीण प्यारे, भजन गायक उत्तम राज सहित अन्य मौजूद थे. इस आशय की जानकारी राजा मिश्रा ने दी.
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