बांका. शहर के व्यवसायी सह समाजसेवी राहुल डोकानिया ने अलीगंज स्थित आवास पर कार्यक्रम आयोजित कर वनवासी कल्याण को लेकर बैठक की, जिसकी अध्यक्षता उपेंद्र चौधरी ने की. जिला वनवासी कल्याण आश्रम के उत्तर मध्य क्षेत्र के छात्रावास प्रमुख रामरुप प्रसाद ने कहा कि वर्तमान समय में भारत में करीब 12 करोड़ से अधिक जनजाति समान निवास करता है. देश के सुदूर वनों पर्वतों पर रहने वाला जनजाति अपनी भारतीय परंपरा और संस्कृति का सच्चा संरक्षक है. भारत की संस्कृति का अभिन्न घटक होते हुए भी दूरभाग्य से जनजाति समाज उपेक्षा का शिकार हुआ है. इसी उपेक्षा को समाप्त करने के लिए वनवासी कल्याण आश्रम संपूर्ण देश में कार्य कर रहा है. वहीं सामाजसेवी राहुल डोकानिया ने कहा है कि 26 दिसंबर 1952 को छत्तीसगढ़ के जशपुर नगर में रामाकांत केशव व श्री बाला साहब देशपांडेय द्वारा कल्याण आश्रम की नींव रखी गयी थी. वनवासी समाज को स्वावलंबी व सुसंगठित बनाने के लिए कल्याण आश्रम का कार्य निरंतर चल रहा है. इसी कड़ी में उनके पिता काशीराम डोकानिया के द्वारा वनवासी कल्याण आश्रम के बांका इकाई को शहर के बाबुटोला स्थित तारा मंदिर के समीप दो कट्टा जमीन सेवा में दिया गया. बांका में वनवासी छात्रावास बन जाने से वनवासी समाज के लोगों को शिक्षा के साथ-साथ मुख्य धारा से जोड़कर उनका सर्वांगीण विकास करना उनकी प्राथमिकता सूची में है. वनवासियों को मुख्यधारा में लाकर ही उनका विकास किया जा सकता है. मौके पर प्ररांत उपाध्यक्ष राजाराम अग्रवाल, खेल कूद प्रमुख गणेश किस्कू, संगठन मंत्री बाबुराम मुर्मू, मंत्री मनोरंजन प्रसाद, राजाराम डोकानिया, महामंत्री सुवंस कुमार ठाकुर, कोषाध्यक्ष मनीष केड़िया, महेश गुप्ता आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है