छात्र आयुष उर्फ किशन हत्याकांड का हुआ खुलासा, ऑनर किलिंग का मामला आया सामने
सभी आरोपितों को पुलिस ने आवश्यक पूछताछ के बाद जेल भेज दिया है
आयुष हत्याकांड में 10 नामजद आरोपितों में छह को गिरफ्तार कर भेजा गया जेल – अधिकांश आरोपित एक ही परिवार के हैं सदस्य बांका: शंभुगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत गुलनी कुशाहा गांव में आयुष कुमार उर्फ किशन कुमार हत्याकांड की गुत्थी आखिकार पुलिस सुलझाने में कामयाब हुई. यह मर्डर ऑनर किलिंग से संबंधित था. इस मामले में 10 नामजद में छह आरोपितों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की गयी है. जबकि, चार अपराधी फरार चल रहे हैं. गिरफ्तार आरोपित, एक ही परिवार के सदस्य बताये जा रहे हैं, जिसमें अमृता कुमारी, आयुष कुमार, वंदना देवी, अंकित कुमार, मृत्युंजय सिंह व मोनू कुमार शामिल है. आरोपित आयुष व अमृता दोनों भाई-बहन है. जबकि, वंदना देवी इन दोनों की माता है. सभी आरोपितों को पुलिस ने आवश्यक पूछताछ के बाद जेल भेज दिया है. इस संबंध में एसडीपीओ विपिन बिहारी ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि मृतक छात्र मुंगेर जिला के संग्रापुर थाना अंतर्गत सुपौल जमुआ गांव का रहने वाला था. उसके पिता का नाम पलन सिंह और माता का नाम निजु सिंह है. मृतक छात्र गुलनी कुशाहा अपने नानी घर आया था. चार दिन पूर्व वह गांव में ही अवस्थित दुर्गा मंदिर की ओर शाम के समय घूमने निकला था और वापस नहीं लौटा. इस बाबत उनकी माता निजु सिंह ने इस संबंध में अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. बीते दिनों अपरहृत छात्र का शव खर्रा नहर से बरामद किया गया. डाॅग स्कायड टीम, सीडीआर का विश्लेषण और बायानों के आधार पर छह लोगों की गिरफ्तार की गयी है. जबकि, फरार चार अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. आगे बताया कि यह प्रेम प्रसंग में ऑनर किलिंग का मामला है. मृतक छात्र आयुष उर्फ किशन का गुलनी कुशाहा गांव के ही अमृता के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था. आयुष, अमृता से ही मिलने उसके घर गया था. इसके बाद आक्रोश में आकर परिवारवालों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी. घटना व साक्ष्य छुपाने के लिए शव को नहर में फेंक दिया था. गिरफ्तार सभी अभियुक्तों ने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है. घटना के उद्भेदन व अपराधियों की गिरफ्तारी में प्रशिक्षु डीएसपी कुमारी सिया भारती, एसआई कुंदन कुमार, राजीव कुमार, शहजाद, निर्मल झा, पंकज राय व अन्य पुलिस जवानों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
गिरफ्तार अपराधी की सूची
आयुष कुमार पिता अभिराम सिंहवंदना देवी पति अभिराम सिंहअमृता कुमारी पिता अभिराम सिंहअंकित कुमार पिता आनंद सिंहमृत्युंजय सिंह पित महेश उर्फ दारोगा सिंहमोनू कुमार पिता जयनंदन सिंहअमृता ने मोबाईल मैसेज भेज आयुष उर्फ किशन को बुलाया था मिलने
शंभुगंज (बांका): मृतक छात्र आयुष उर्फ किशन मुंगेर जिला के संग्रामपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत सुपौल जमुआ गांव के बीएसएफ जवान पलन सिंह का छोटा पुत्र था. आयुष रांची में रहकर पढ़ाई करता था. गुलनी अपने ननिहाल नाना शिवनंदन सिंह उर्फ सरदार सिंह के यहां आया हुआ था. उसका समय-समय पर नानी घर आना-जाना लगा रहता था. इस दरम्यान उसके और गांव के ही युवती अमृता के बीच प्रेम-प्रसंग का गुल खिल गया था. दुर्गा पुजा के मौके पर प्रेमिका के बुलावे पर छात्र आयुष कुमार उर्फ किशन गुलनी गांव आया हुआ था. प्रेम-प्रसंग की भनक प्रेमिका के परिजनों को लग गयी थी. जिसके बाद लड़की के भाई सहित अन्य करीबियों ने उसकी हत्या की साजिश पहले ही रच लिया था. जबकि, सोमवार को आयुष अपने नानी घर से दुर्गा मंदिर की तरफ घूमने के बहाने अमृता से मिलने ही निकला था. अमृता ने ही अपने प्रेमी आयुष को मोबाईल पर मैसेज कर मिलने बुलाया था. वह जैसे अमृता से मिलने पहुंचा कि ताक में पहले से बैठे परिवार वालों ने उसका अपहरण कर लिया और उसकी काफी मार पिटाई शुरु कर दी. इस निर्मम मार की वजह से आयुष उर्फ किशन की मौत हो गयी. मौत के बाद आयुष के शव को छुपा कर रखा गया था. दूसरी तरफ मां निजु सिंह ने थाना में इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज करायी थी जिसकी वहह से गांव में पुलिस की दबिश बढ़ने लगी थी. पुलिस के भय से शव को आनन-फानन में बगल के नहर में फेंक दिया गया.तकनीकी अनुसंधान से खुला हत्या का राज
शव मिलने के बाद तकनीकी अनुसंघान जारी किया गया. आयुष का मोबाईल डिटेल खंगाला गया. पुलिस की डाॅग स्काइड टीम भी पहुंच गयी. सीडीआर की जांच की गयी, जिसके बाद आरोपितों को एक-एक कर गिरफ्तार किया गया. वहीं इस घटना के बाद से गुलनी गांव में दो पक्षों के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. पुलिस लगातार नजर रख रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है