कच्ची सड़क की वजह से बारिश के दिनों में छात्रों का पढ़ाई हो जाता है बाधित
इन गावों को पक्की सड़क नसीब नहीं हो पाया है.
बांका. सदर प्रखंड के जलमडैय, बैरीसाल, फागा गांव निवासी आजादी के सात दशक बाद भी कीचड़मय सड़क पर आवाजाही को विवश हैं. जानकारी के अनुसार इन गांवों में आदिवासी, दलित सहित अन्य समुदाय के लोग रहते हैं. बावजूद आजतक इन गावों को पक्की सड़क नसीब नहीं हो पाया है. बारिश के दिनों में ग्रामीणों के लिए यह कच्ची सड़क सरदर्द बन जाता है. स्कूली बच्चों को स्कूल पहुंचने में काफी परेशानी होती है. साथ ही बारिश के दिनों में इस मार्ग से बड़ी वाहनों की आवाजाही दुर्गम हो जाता है. जिससे किसी प्रकार के समारोह में खासें परेशानियां होती है. कहते हैं ग्रामीण व छात्र- इसको लेकर क्षेत्र के ग्रामीण सह अभाविप नगर मंत्री गुलशन कुमार, रूपलाल किस्कू, छात्र शुभम कुमार, रौनक कुमार, मन्नू कुमार, सत्यम कुमार, मानसी कुमारी, युवराज कुमार, सीता किस्कू, सरिता कुमारी, मोनिका कुमारी आदि ने बताया है कि बारिश के दिनों में हमलोगों को स्कूल पहुंचने में कठिनाई होती है. लगातार बारिश होने की स्थिति में यह मार्ग पैदल चलने लायक भी नहीं रहता है. जिससे पढ़ाई भी बाधित हो जाती है. वहीं अन्य ग्रामीणों में मानें तो इस मार्ग में गढ्डे होने से आये दिन लोग सड़क दुघर्टना का शिकार बन जाते हैं. पक्की सड़क को लेकर कई बार जनप्रतिनिधियों को संज्ञान में दिया गया है. लेकिन अभी तक इस दिशा में किसी प्रकार का पहल नहीं हो पाया है. जिससे ग्रामीणों में नाराजगी है.
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