खेसर-तारापुर जिलानी पथ की हालत बद से बदतर, सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे, राहगीर परेशान
Road Condition Issues: खेसर-तारापुर जिलानी पथ की लगभग 20 किलोमीटर तक की सड़क काफी जर्जर हो गयी है, जिससे लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
Road Condition Issues: खेसर-तारापुर जिलानी पथ की लगभग 20 किलोमीटर तक की सड़क काफी जर्जर हो गयी है. इस मार्ग पर सैकड़ों बड़े-बड़े गड्ढे उग आये है. इस जर्जर सड़क पर राहगीर अपनी जान जोखिम में डालकर आवगमन करने पर मजबुर है. सड़क की हालत ऐसी है कि इस मार्ग पर एक भी बड़ी बस नहीं चलती है. टोटो व ऑटो के सहारे यात्री यात्रा करने को विवश है. वहीं दूसरी ओर बारिश होने के कारण बहोरना गांव के पास लोहागढ़ नदी में बने पुल विगत वर्ष पानी के तेज बहाव में क्षतिग्रस्त हो गयी थी.
Road Condition Issues: लाखों की लागत से लिया डायवर्सन
जिसके बाद लाखों रुपये के लागत क्षतिग्रस्त पुल के पास डायवर्सन बनाया गया था. लेकिन विगत चार दिन पूर्व बारिश होने से डायवर्सन क्षतिग्रस्त हो गया. जिसके कारण आस-पास के दर्जनों गांवों के एक बड़ी आबादी का मुख्य बाजार खेसर से संपर्क टूट गया है. साथ ही वाहनों की आवाजाही भी बंद है.
इस मार्ग से गुजरने वाले खेसर, बहोरना, निझरी, जोगिया भारतशिला, परमानंदपुर, भलुआ, गुल्ली कुशवाहा व छतहार आदि गांवों के लोगों को तारापुर व खेसर आने-जाने का रास्ता अपरूद्ध हो गया है. बहोरना गांव के रतिदेव कुमार, जगत भारती, अभिषेक कुमार, निर्मल कुमार, सुधीर कुमार, अरविंद सिंह निझरी गांव के विपिन मंडल, राधेश्याम मंडल, जादू मंडल टिटही गांव के रणवीर सिंह, लाल बिहारी सिंह भारतशीला आदि.
Road Condition Issues: क्षतिग्रस्त पुल को बनाने का वादा
गांवों के लोगों ने बताया कि चुनाव के वक्त जनप्रतिनिधियों द्वारा इस सड़क एवं लोहागढ़ नदी के क्षतिग्रस्त पुल को बनाने का शीघ्र वादा किया था. लेकिन चुनाव समाप्ति के बाद सभी वादे भूल जाते हैं. आगामी 2025 के विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों को सबक सिखाया जायेगा. कहते है कार्यपालक अभियंता खेसर जिलानी पथ एवं खेसर-डलवामोड़ भाया शंभुगंज पथ निर्माण कार्य का टेंडर हो चुका है. मानसून समाप्त होते ही जल्द ही दोनों सड़कों पर कार्य शुरु कर दिया जायेगा. वहीं लोहागढ़ नदी में पुल के पास क्षतिग्रस्त डायर्वसन को दो-तीन दिन के अंदर दुरुस्त कर दिया जायेगा. प्रीतम कुमार, कार्यपालक अभियंता, ग्रामीण कार्य विभाग वन, बांका.