– एसपी ने कहा कि संलिप्त तीन अपराधियों में एक नाबालिग भी शामिल, स्पीडी ट्रायल से दिलायी जायेगी आरोपितों को सजा बांका: उज्जीवन बैंक के एजेंट अभिषेक कुमार उर्फ टिंकू हत्या कांड की गुत्थी सुलझ गयी है. इस वारदात को अंजाम देने वाले एक नाबालिग सहित दो आरोपितों की गिरफ्तारी कर ली गयी है. जबकि, एक अपराधी फरार चल रहा है. गिरफ्तार अपराधियों में सदर थाना क्षेत्र के कमलपुर निवासी 15वर्षीय नाबालिग व सन्नी कुमार (20वर्ष) शामिल है. फरार आरोपित मो. साबिर (24वर्ष) की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. नाबालिग आरोपित के पास से मृतक अभिषेक से छिना हुआ सैमसंग मोबाईल व एक जिंदा कारतूस और सन्नी कुमार के पास से एक देसी पिस्तौल व पल्सर बाइक बरामद की गयी. जबकि, आरोपितों की निशानदेही पर गौरीपुर पंचायत सरकार भवन के समीप अभिषेक का पिट्ठू बैग व उसमें रखे कागजात जब्त किये गये. एसपी डाॅ. सत्यप्रकाश ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर इस मामले की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि विगत 13 नवंबर करीब 5.30 बजे उज्जीवन बैंक के एजेंट अभिषेक कुमार उर्फ टिंकू को गोली मारकर जख्मी कर दिया गया था. इस घटना को बांका-बेलहर मुख्यमार्ग चक्काडीह गांव समीप अंजाम दिया गया था. बाद में ईलाज के दौरान जख्मी बैंक कर्मी की मौत हो गयी थी. अपराधियों ने रेकी कर इस वारदात को अंजाम दिया था जब बैंक कर्मी फाइनेंस के कार्य से ही घर की ओर लौट रहे थे. उन्होंने एसडीपीओ विपिन बिहारी के नेतृत्व में एक टीम गठित की, जिसमें सदर थानाध्यक्ष राकेश कुमार, एसआई संदीप कुमार आनंद, विकास कुमार, पवन कुमार, सत्यजीत कुमार, सुनील कुमार, विजय कुमार, संजय कुमार चैहान, अमरेंद्र कुमार, आशीष कुमार, निर्मल झा, प्रश्ज्ञांत कुमार, विजय कुमार, धर्मेंद्र कुमार, अमित कुमार सिंह व नकुल कुमार हरिजन शामिल थे. टीम ने मोबाइल सीडीआर सहित अन्य तकनीक जांच के बाद संलिप्त अपराधियों की पहचान करते हुए गिरफ्तारी सुनिश्चित की. अपराधियों ने अपने अपराघ स्वीकार कर लिये हैं. तीनों को स्पीडी ट्रायल से सजा दिलायी जायेगी. साथ ही सफल उद्भेदन के लिए पूरी टीम को पुरस्कृत किया जायेगा.
कमीशन लेकर लोन नहीं देने पर की गयी हत्या
उज्जीवन बैंक के कर्मी सह रजौन थाना के धौनी गांव निवासी अभिषेक कुमार उर्फ टिंकू की हत्या के मामले में गिरफ्तार अपराधियों ने अपने गुनाह भी कबूल कर लिये हैं. तीनों अपराघी आपस में दोस्त हैं. तीनों ने उज्जीवन बैंक के अभिषेक को लोन दिलाने के नाम पर 20-20 हजार रुपया बतौर कमीशन दिया था. कमिशन लेने के बावजूद ऋण पास नहीं किया गया. इस वजह से तीनों क्षुब्ध होकर बैंक एजेंट से कमीशन की राशि वापस करने का दबाव बनाने लगा. एक बार इस मामले में एजेंट ने तीनों की पिटाई भी कर दी थी. इसके बाद गुस्से में आकर तीनों ने अभिषेक की हत्या की योजना बना ली. इसके बाद रेकी कर वारदात को अंजाम दिया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है