Banka News: बिहार के बांका जिले के अमरपुर प्रखंड में कुशमाहा पंचायत अंतर्गत मैनमा गांव पिछले कुछ दिनों से सुर्खियों में है. यहां मंगलवार की सुबह शंभुगंज थाना क्षेत्र के खानगाह गांव निवासी ट्रैक्टर चालक दयानंद सिंह की हत्या गोली मारकर कर दी गयी थी. इस हत्या के बाद खानगाह, मंझियांय, परनाथपुर समेत आस-पास के गांव के लोग बेहद गुस्से में हैं. वहीं मैनमा गांव के ग्रामीणों के अंदर दहशत फैला हुआ है. हाल कुछ ऐसा है कि इस मैनमा गांव के अधिकतर लोग अपना घर छोड़कर फिलहाल गांव से बाहर जा चुके हैं. गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है.
दयानंद सिंह की हत्या के बाद ग्रामीणों में दहशत
बीते मंगलवार को ट्रैक्टर चालक दयानंद सिंह को अपराधियों ने पहले बेरहमी से पीटा और फिर गोली मारकर उसकी हत्या कर दी थी. चर्चा है कि इस हत्या के बाद अपराधियों का दो गिरोह गुस्से से उबल रहा है. दयानंद की हत्या ने पंकज व शंकर यादव के गिरोह को झकझोर दिया है.अब लोगों को आशंका है कि बदले की भावना से ये गिरोह मैनमा गांव में कोई बड़ी घटना कर सकते हैं. इसी आशंका ने ग्रामीणों में इस कदर डर फैलाया कि लोग गांव से ही भाग चुके हैं.
मठ की जमीन का विवाद में गिरी लाशें, अब बदले की आग में सुलग रहा गिरोह
दरअसल, मैनमा गांव में श्रीश्री 108 बद्री विशाल ठाकुर बाड़ी (मठ) है. जिसकी लगभग 128 बीघा खेतीहर जमीन है. इस जमीन पर मैनमा और मंझयांय गांव के लोग अपना-अपना वर्चस्व कायम करना चाहते हैं. इस जमीन के विवाद में दर्जनों युवकों की लाशें अबतक गिर चुकी है. दोनों गांवों के लोगों की जान इस विवाद में गयी है. अब इसी विवाद में दयानंद सिंह की हत्या हुई तो पंकज और शंकर यादव गिरोह के सदस्य बदले की आग में सुलग रहे हैं. ग्रामीण सूत्र बताते हैं कि लोगों को डर है कि इस गांव में अपराधी कुछ बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं.हालांकि घटना के दो दिन बीत जाने पर भी मृतक के परिजनों के द्वारा थाने में कोई लिखित आवेदन नहीं दिया गया है.
कौन है दयानंद सिंह, जिसकी हत्या की गयी?
ट्रैक्टर चालक दयानंद सिंह उर्फ दयला शंभुगंज थाना क्षेत्र के खानगाह गांव निवासी था. जिसका पुराना आपराधिक इतिहास रहा है. पुलिस पदाधिकारी बताते हैं कि 2020 में मझगांय गांव के संजय यादव की हत्या दयानंद सिंह ने कर दी थी और उसका नाम तब से सुर्खियों में आया. 2021 में कसबा बाजार में देशी कट्टा दिखाते हुए व्यवसायी से उसने रंगदारी मांगी थी. ग्रामीणों ने ही दयानंद सिंह को हथियार के साथ पकड़कर पुलिस को सौंपा था. सूत्रों की माने तो दयानंद सिंह अपने गिरोह में शूटर का काम करता था. इलाके में उसका खौफ था. मंगलवार को उसके ही ट्रैक्टर ऑनर बलराम यादव ने बुलाया था और मैनमा गांव में पहले उसे बिजली के पोल में बांधा और पहले उसकी जमकर पिटाई की. उसके बाद गोली मारकर हत्या कर दी गयी.
क्या कहते हैं थानाध्यक्ष?
इधर थानाध्यक्ष पंकज कुमार झा ने बताया कि मैनमा गांव में हुई घटना पर पुलिस की पैनी निगाह है. अभी तक कोई आवेदन पुलिस को नहीं मिला है. आवेदन मिलने के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी.