बांका/रजौन. प्रखंड क्षेत्र के धायहरना महगामा पंचायत अंतर्गत महगामा गांव के ग्रामीणों ने श्रमदान से टूटी हुई पुनसिया हरना प्रशाखा नहर की मरम्मत की. इस नहर को बांधने में तीन दिन का समय लगा. इसमें करीब दो दर्जन ग्रामीण जुटे रहे. बताते चलें कि रजौन प्रखंड के महगामा गांव के पास पुनसिया हरना प्रशाखा नहर दो वर्ष पूर्व ध्वस्त हो गयी थी. नहर के टूटने से राजावर, धायहरना महगामा, अमहारा हरचंडी, सकहारा पंचायत तथा भागलपुर जिला की दो पंचायतों के हजारों किसान सिंचाई सुविधा से वंचित हो गये थे. ग्रामीणों द्वारा नहर की मरम्मत कराये जाने पर क्षेत्र की 3000 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई हो सकेगी. ग्रामीण हलधर प्रसाद सिंह, शंकर मंडल, प्रभाष सिंह, सुरेंद्र सिंह आदि ने बताया कि विभाग की उदासीनता के कारण नहर की मरम्मत नहीं करायी जा रही थी. काफी इंतजार के बाद ग्रामीणों ने टूटे हुए नहर को बांधने का फैसला किया. लगभग दो दर्जन ग्रामीणों व जेसीबी की मदद से तीन दिनों में नहर को बांधकर अपने खेत तक पानी पहुंचाया. इस काम में प्रखंड उप प्रमुख व अन्य ग्रामीणों का भी योगदान रहा. महगामा निवासी सह प्रखंड उपप्रमुख गुड्डू राजा का कहना है कि उनके द्वारा नहर की हालत को लेकर लगातार अधिकारियों को बताया जा रहा था, इसके बावजूद उनकी बात को अनसुना किया जाता रहा था. नहर की मरम्मत को लेकर काफी आग्रह के बाद दस हजार रुपये का फंड उपलब्ध कराया. जबकि मरम्मत करने में अधिक की लागत आ रही थी. इसके बाद ग्रामीणों के श्रमदान से नहर की मरम्मत करायी गयी. नहर की मरम्मत हो जाने से किसानों को खेतों की सिंचाई करने में सुविधा होगी.
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