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प्लानिंग के साथ पूरे परिवार ने खाया था सल्फास

बलुआ गांव के कन्हाय महतो व उनकी पत्नी गीता देवी ने अपने जीने की इच्छा को मारकर प्लानिंग के साथ पूरे परिवार ने जहर खा लिया था.

अमरपुर. विभिन्न नन बैंकिंग के करीब 20 लाख कर्ज के बोझ तले दबे थाना क्षेत्र के बलुआ गांव के कन्हाय महतो व उनकी पत्नी गीता देवी ने अपने जीने की इच्छा को मारकर प्लानिंग के साथ पूरे परिवार ने जहर खा लिया था. इस बात का खुलासा ग्रामीणों से हुई है. बताया जा रहा है कि घटना के पूर्व शुक्रवार की शाम कन्हाय महतो ने अमरपुर बाजार जाकर सल्फास की टिकिया व मिठाई खरीदकर घर लाया था. जिसके बाद पत्नी के साथ मिलकर जहर खाकर आत्महत्या करने की प्लानिंग की. पहले पत्नी ने ऐसा करने से इनकार किया. लेकिन कर्ज के बोझ के कारण पत्नी भी जहर खाने के लिए तैयार हो गयी. लेकिन दोनों को अपने तीनों बच्चों की चिंता सताने लगी. जिसके बाद दोनों ने जीवन का सबसे कठोर फैसला लेते हुए बच्चों को भी मिठाई के बहाने जहर खिलाकर आत्महत्या करने की प्लानिंग पर सहमत हो गये. इसके बाद शुक्रवार की देर रात्रि करीब दो बजे के बाद घर में सोये सभी बच्चों को बारी-बारी से जगाकर मिठाई के बहाने सल्फास का टिकिया खिलाकर दोनों ने खूद सल्फास खा लिया. बताया यह भी जा रहा है कि पति-पत्नी ने ओवरडोज सल्फास की टिकिया खा ली थी. इसी बीच छोटे पुत्र राकेश कुमार (08) ने सल्फास का आधा टिकिया खाने के बाद मुंह से फेंक कर दौड़ते हुए घर से बाहर भाग गया और शोर मचाते हुए मामले की जानकारी ग्रामीण व परिजनों को दी. इसी बीच जब कन्हाय का दम घुटने लगा तो उन्होंने अपने भाई को फोन लगाकर मामले की जानकारी दी और बचाने की गुहार लगायी. जब तक भाई उनके घर आते तब तक पीड़ित परिवार के सभी सदस्य उल्टी करते हुए मुर्छित अवस्था में थे. जिसके बाद परिजन गंभीर हालत में सभी को इलाज के लिए अस्पताल ले गये. जहां दंपति व उनके पुत्र आलोक उर्फ धीरज कुमार की मौत हो गई. घटना के दूसरे दिन रविवार को मृतक परिजनों के घर शोक का माहौल देखा गया. उधर इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद विभिन्न नननबैंकिंग कंपनी के एजेंट मृतक के घर के आस-पास मंडराते देखे गये. लेकिन ग्रामीणों के भय से उनके घर नहीं पहुंचा. हालांकि इंगलिश मोड़ चौक स्थित मृतक के नाश्ते की दुकान का मकान मालिक के द्वारा किराया देकर दुकान में रखा सभी समान ले जाने की बात परिजनों से कही गयी.

मायागंज अस्पताल में पुत्र व पुत्री का चल रहा इलाज

घटना के बाद शनिवार की सुबह से मृतक दंपति की पुत्री सबिता कुमारी (16) व पुत्र राकेश कुमार मायागंज में जिंदगी व मौत से जूझ रहे हैं. दोनों अस्पताल के आइसीयू वार्ड में भर्ती हैं. राकेश का इलाज डॉ ब्रजेश कुमार एवं सबिता का इलाज डॉ ओवेद अली की निगरानी में चल रहा है. अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार दोनों की हालत स्थिर है, लेकिन चिकित्सक के परामर्श से दोनों को आवश्यक दवाई व स्लाइन पर रखा गया है. भोजन के नाम पर तीसरे दिन भी कुछ भी नहीं दिया गया है. हालांकि रविवार की शाम में सबिता को हल्की मात्रा में चाय व जूस दिया गया. अस्पताल में मौजूद मृतक के भाई भोला महतो ने बताया है कि अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता है. उन्होंने बताया कि हमलोग गरीब आदमी हैं. भगवान पर सबकुछ छोड़ दिये है. परिवार के लोग एक-एक पैसा के लिए मोहताज हैं.

जिप सदस्य ने परिजनों से की मुलाकात

अमरपुर. थाना क्षेत्र के बलुआ गांव में सल्फास की गोली खाने से दंपति व उनके पुत्र की मौत की घटना के दूसरे दिन रविवार को जिला परिषद सदस्य सह जनसुराज जिलाध्यक्ष सुजाता वैद्य रविवार को बलुआ गांव पहुंची व मृतक दंपति के परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दिया. इस दौरान उन्होंने परिजनों से घटना की पूरी जानकारी ली. घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया. पीड़ित परिवार को हरसंभव सरकारी सहायता दिलाने का आश्वासन दिया. मौके पर ग्रामीण भैरव मरीक, पवन कुमार, सिकंदर कापरी, भैरो मंडल आदि ने ननबैंकिंग कंपनी के कर्मियो पर अपनी भड़ास निकालते हुए कहा कि प्रखंड में कुकुरमुत्ते की तरह खुला ननबैंकिंग के झासे में भोलेभाले ग्रामीण महिलाएं आ जाती हैं. फिर बाद में ऋण की साप्ताहिक वसूली के लिए मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं. ग्रामीणो ने बताया कि बलुआ गांव में ग्रुप बनाकर दर्जनों महिलाओं के नाम पर लोन पास कर दिया गया और एक का पैसा दूसरे को देकर बड़ा ऋण बनाकर वसूली करते हैं.

घटना पर भवन निर्माण मंत्री ने जताया शोक

अमरपुर. थाना क्षेत्र के बलुआ गांव की घटना पर बिहार सरकार के भवन निर्माण मंत्री सह विधायक जयंत राज ने गहरा दुख व्यक्त किया है. क्षेत्र में इस तरह की दुखद घटना के बाद मंत्री ने कहा है कि विभिन्न श्रोतों से मिली जानकारी के अनुसार घटना बैंकिंग के लेन-देन व कर्ज के जाल से उलझन से संबंधित है. मंत्री ने घटना की जांच कराने के लिए संबंधित पदाधिकारी को निर्देश भी दिया है, ताकि इस घटना की पुनरावृति को रोका जा सके.

नॉन बैंकिंग लोन से परेशन कई परिवार घर छोड़कर फरार

अमरपुर. थाना क्षेत्र में विभिन्न ननबैंकिंग का जाल इस तरह फैला हुआ है कि इसके जाल में आये कुछ परिवार अपना घर छोड़कर फरार हो गये हैं. ननबैंकिग से जुड़ी ग्रुप की एक महिला सदस्य ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि बलुआ गांव के आस-पास के चोरवैय, कुमरखाल, बल्लीकित्ता, शोभानपुर, बेला, मदाचक व इटहरी आदि गांवों में एक दर्जन से अधिक लोग ननबैंकिंग का कर्ज नहीं चुका पाने के कारण अपना घर छोड़कर फरार हो गये हैं. इनमें से कुछ तो अपने पूरे परिवार को लेकर बाहर चले गये हैं. बावजूद ननबैंकिंग के एजेंट उनके घर के चक्कर लगाकर उनके परिजनों से रोजाना उनके बारे में पूछताछ कर रहे हैं.

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