बांका में वर्चस्व की लड़ाई में गोली मारकर युवक की हत्या, बहुत कम उम्र में अपराध की दुनिया में रखा था कदम
बांका में वर्चस्व की लड़ाई में गोली मारकर युवक की हत्या कर दी गयी है. हालांकि जिस युवक की हत्या हुई है वह बहुत कम उम्र में अपराध की दुनिया में कदम रखा था.
संजीव पाठक
बिहार के बांका स्थित बौंसी थाना क्षेत्र के रेफरल अस्पताल के पीछे वर्चस्व की लड़ाई में सिरायं रोड में गोली मारकर 24 वर्षीय युवक की हत्या कर दी गई. घटना की जानकारी मिलने के साथ ही एसडीपीओ अर्चना कुमारी, बौंसी थानाध्यक्ष सुधीर कुमार, एसआई बृजेश कुमार सहित भारी संख्या में पुलिस कर्मी घटनास्थल पर पहुंचे. जहां युवक के शव को एंबुलेंस के जरिए रेफरल अस्पताल भेजा गया . जानकारी के अनुसार अचारज निवासी अशोक सिंह और पूजा सिंह का एकलौता पुत्र अभिषेक उर्फ मिट्ठू सिंह को अज्ञात एक दर्जन से ज्यादा मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने पहले लाठी डंडे, लात घुसे से जमकर मारपीट की. इसके बाद देशी पिस्तौल से गोली भी मारी गई है. घटनास्थल से पुलिस ने चार खोखा बरामद किया है.
घटना की जांच में जुटी पुलिस
प्रत्यक्षदर्शियों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि करीब 8 बाइक पर सवार हमलावरों के द्वारा घटना को अंजाम दिया गया है. घटनास्थल पर ही युवक की तड़प कर मौत हो गई. फायरिंग की आवाज से पूरा इलाका एक बारगी गूंज गया था. हालांकि फायरिंग की आवाज को दबाने के लिए बिना साइलेंसर वाले बाइक की आवाज भी वहां पर खूब गूंजी है. पुलिस के द्वारा घटनास्थल के आसपास के एक दो घरों में छापेमारी की जा रही है. घटनास्थल के बगल के एक घर से पुलिस ने फाइबर का एक लाठी भी बरामद किया है. जिस पर खून लगा हुआ था . वहीं घटनास्थल से अन्य सुराग भी पुलिस ने बरामद कर ली है. बताया जाता है कि बर्चस्व को लेकर युवक की हत्या कर दी गई है. शव को पोस्टमार्टम के लिए बांका भेज दिया गया. इस मामले में पूछे जाने पर एसडीपीओ ने बताया कि युवक की हत्या हुई है. मामले की पड़ताल की जा रही है. जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
एफएसएल की टीम ने की जांच
घटना की जानकारी थानाध्यक्ष के द्वारा एफएसएल टीम को दी गई, जिसके बाद एफएसएल टीम के द्वारा घटनास्थल पर पहुंचकर रक्त सैंपल लेने के साथ-साथ घटनास्थल और मृतक के शव को बारीकी से निरीक्षण भी किया गया. घटनास्थल पर गिरे खून के सैंपल को भी टीम के द्वारा अपने साथ ले जाने का काम किया गया है. जबकि लाठी में लगे खून के सैंपल को भी लिया गया है.
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अपने माता-पिता का एकलौता पुत्र था मिट्ठू
बहुत ही कम उम्र में अपराध की दुनिया में कदम रखने वाले अभिषेक उर्फ मिट्ठू सिंह अपने पिता अशोक सिंह और मां पूजा सिंह का एकलौता पुत्र था. मृतक का दादा स्वर्गीय सुरेश प्रसाद सिंह अस्पताल में ड्रेसर के पद पर नियुक्त थे. जिनका क्षेत्र में काफी नाम था. घटना के बाद से मां, पिता और चाचा अजय सिंह सहित अन्य परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. 17 वर्षीय बहन रूपम भी घटना के बाद सदमे में है. मां के द्वारा युवक की हत्या में उसके ही कुछ दोस्तों का नाम बार-बार लिया जा रहा है.
आधे दर्जन से ज्यादा मामले हैं दर्ज
अभिषेक उर्फ मिट्ठू पर बौंसी थाना में सबसे पहले 15 जुलाई 2018 को प्राथमिकी दर्ज हुई थी, इसके ठीक बाद 18 फरवरी 2019, 24 जून 2020, 14 सितंबर 2020, 10 अक्टूबर 2020 और 10 फरवरी 2024 को प्राथमिकी अलग-अलग धाराओं में दर्ज कराई गई थी. कई मामलों में यह गिरफ्तार होकर जेल से जमानत पर बाहर घूम रहा था. हाल के दिनों में यह दुमका जेल में भी बंद था. हालांकि मृतक की मां का कहना था कि उसका पुत्र अब गलत कार्यों को छोड़कर सुधर गया था और बेंगलुरु में मजदूरी कर रहा था.
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