पुलिसिया जांच में घटनास्थल पर गोली या बारूद का नहीं मिला कोई साक्ष्य
10माह पूर्व हुई सड़क दुर्घटना की रंजिश की हो रही चर्चा
दामोदरा पंचायत अंतर्गत गड़ुरा गांव के दुमुंहिया टोला में घर में सोए रंजीत यादव की हत्या पर दस माह पूर्व हुई सड़क दुर्घटना मामले में रंजिश की चर्चा है. बताया जाता है कि वर्ष 2023 के नवंबर माह में गड़ुरा गांव के समीप डीजे लोड पिकअप वैन के धक्का से कठौन गांव निवासी लाखो यादव के बाइक सवार पुत्र की मौत हो गयी थी. मृतक का नानी घर दोनिहार गांव था. चर्चा है कि उक्त पिकअप वैन को रंजीत यादव ही चला रहा था. उक्त दुर्घटना के रंजिश में ही उसे तीन-चार महीना पूर्व दोनिहार के गुनी यादव, भालटू यादव, बजरंगी यादव व मकेश्वर यादव एवं कठौन गांव के लाखो यादव द्वारा धमकी भी दी गयी थी. मृतक की मां रेखा देवी ने बताया है कि मंगलवार की रात्रि उसने गुनी यादव एवं चार अज्ञात को देखा था.दुमुंहिया टोला में ही घर बनाकर परिवार व बच्चों के साथ रह रहा था रंजीत
मूल रूप से दोनिहार गांव निवासी रंजीत यादव पिछले कई वर्षों से आरपत्थर-मालबथान मार्ग पर स्थित गड़ुरा गांव के दुमुंहिया टोला में ही घर बनाकर परिवार व बच्चों के साथ रह रहा था. परिजनों का कहना है कि मंगलवार की देर रात्रि कमरे की खुली खिड़की से ही सोए अवस्था में उसे गोली मार दी गयी. जख्मी हालत में रंजीत यादव को रेफरल अस्पताल लाया गया. यहां से उसे सदर अस्पताल देवघर रेफर किया गया था. जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. मां रेखा देवी ने बताया कि रंजीत यादव चेन्नई में पनीर फैक्ट्री में काम करता था. करीब दो महीना पूर्व ही वह घर आया था. मंगलवार की रात्रि भुसड़ी गांव स्थित घर पर वह सोया था. दूसरी तरफ मां व उसकी पांच वर्षीया पुत्री श्वाति कुमारी सोयी थी. रंजीत की पत्नी संगीता देवी छोटी पुत्री सोनाक्षी को लेकर अपने मायके पंजरपट्टा गांव गयी थी. इस घटना को लेकर क्षेत्र में सनसनी मची हुई है. कटोरिया थाना की पुलिस टीम सभी बिंदुओं पर जांच-पड़ताल में जुट गयी है. एफएसएल टीम की वैज्ञानिक आकांक्षा दीक्षित के नेतृत्व में टीम ने घटनास्थल के अलावा मृतक के शरीर आदि की भी जांच-पड़ताल की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है