13.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

पटना में कैसे दुरुस्त होगी ट्रैफिक व्यवस्था, फुटपाथी दुकानदार और अवैध पार्किंग के कारण बारी पथ में लगता है जाम

पटना के बारी पथ यानी हथुआ मार्केट के पास से बाकरगंज होते गांधी मैदान तक डेढ़ किमी की दूरी तय करने में 45 मिनट का समय लग जाता है. एक तो तेज गर्मी ऊपर से भीषण जाम में फंसे लोगों को काफी फजीहत का सामना करना पड़ता है.

पटना के बड़े-बड़े बाजारों के पास फुटपाथी दुकानदारों का कब्जा है और बाकी की बची सड़क पर अवैध पार्किंग जाम का कारण बन गयी है. प्रभात खबर ने बुधवार को बारी पथ यानी हथुआ मार्केट के पास से बाकरगंज होते गांधी मैदान तक की पड़ताल की. डेढ़ किमी की दूरी तय करने में संवाददाता और फोटोग्राफर को 45 मिनट का समय लग गया. एक तो तेज गर्मी ऊपर से भीषण जाम में फंसे लोगों को काफी फजीहत का सामना करना पड़ रहा था. बारी पथ के हथुआ मार्केट के पास से बाकरगंज होते हुए गांधी मैदान तक तीन हजार से अधिक फुटपाथी दुकानदार थे. सड़क की दोनों ओर फुटपाथी दुकानदारों के होने से सड़क की चौड़ाई काफी कम हो गयी थी.

दुकानों की अपनी पार्किंग की व्यवस्था नहीं

पड़ताल के दौरान यह देखने को मिला कि बारी पथ पर बड़ी दुकानों को छोड़ अन्य सभी दुकानों की अपनी पार्किंग की व्यवस्था नहीं है. नतीजा यह है कि दुकान के स्टाफ के साथ-साथ खरीदारी करने वालों के वाहन सड़कों पर ही लगे रहते हैं. अवैध पार्किंग की वजह से पूरे बारी पथ से लेकर बाकरगंज तक सड़क की दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लगी रहती है, जिसके कारण ऑटो व बड़े वाहनों के आने-जाने में बहुत परेशानी होती है.

ट्रैफिक पुलिस ने कहा-स्कूल की छुट्टी, तो होने दीजिए सर…

हालत तो उस वक्त और खराब हो जाती है, जब स्कूल की छुट्टी होती है. जिस वक्त संवाददाता और फोटोग्राफर पड़ताल कर रहे थे, उसी समय स्कूल की छुट्टी होने वाली थी. जाम में फंसे होने के दौरान एक ट्रैफिक सिपाही से जब पूछा कि इतना जाम क्यों लगता है, तो उसने कहा कि अभी स्कूल की छुट्टी तो होने दीजिए सर…यह तो कुछ भी नहीं है. ट्रैफिक सिपाही ने यह भी कहा कि नाला रोड के रास्ते दलदली होते ही गांधी मैदान निकल जाइए. गांधी मैदान पहुंचने में आधा घंटा लग जायेगा.

अभियान के तुरंत बाद सज जाती हैं दुकानें

नगर निगम के द्वारा समय-समय पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाकर सड़कों पर अवैध रूप से कब्जा किये हुए फुटपाथी दुकानदारों को हटाया जाता है, लेकिन महज अभियान में शामिल टीम के जाते ही फिर से उसी तरह दुकानें सज जाती हैं. जाम में फंसे एक पुलिसकर्मी ने बातचीत के दौरान बताया कि अभियान चलाने के बाद दोबारा जांच नहीं की जाती है. इस वजह से फिर से दुकानें सज जाती हैं.

Also Read: पटना में बेतरतीब ढंग से खड़े ऑटो व इ-रिक्शा से लग रहा जाम, महज 200 मीटर की दूरी तय करने में लगता है आधा घंटा
सड़क पर लगी गाड़ियों पर होती है कार्रवाई

गांधी मैदान के थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया कि सड़क पर लगी गाड़ियों पर लगातार कार्रवाई की जाती है. गाड़ी मालिक से जुर्माना वसूला जाता है. दुकानदारों को भी समझना होगा कि वह अपनी दुकान के पास कोई भी वाहन पार्क न होने दें.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें