पटना. आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) ने आय से अधिक संपत्ति (डीए) मामले में पूर्णिया के डगरूआ प्रखंड के बीडीओ अजय कुमार प्रिंस के खिलाफ कार्रवाई की है. गुरुवार को उनके चार ठिकानों- दानापुर की डिफेंस कॉलोनी, पश्चिम बंगाल के दालकोला स्थित घर, वैशाली जिले के देसरी थाने के वाजिदपुर कस्तूरी गांव में पैतृक घर और डगरूआ प्रखंड कार्यालय में एक साथ छापेमारी की गयी.
अब तक की जांच में उनके खिलाफ एक करोड़ 50 लाख 45 हजार रुपये से ज्यादा की अवैध संपत्ति का मामला दर्ज हो चुका है, जो उनके वैद्य स्रोत से करीब 229% प्रतिशत अधिक है. जांच पूरी होने के बाद यह आंकड़ा बढ़ सकता है. वह 2013 में बीपीएससी की 53-56वीं परीक्षा में चयनित होकर बीडीओ बने. यानी महज नौ साल की नौकरी में अवैध कमाई की बदौलत दानापुर से दालकोला तक घर और जमीन-जायदाद की लंबी फेहरिस्त बना ली है.
डगरुआ से पहले वह औरंगाबाद, बलरामपुर, कटिहार में भी बीडीओ रह चुके हैं. उनका पूरा परिवार पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर जिले के दालकोला के वार्ड नं-6 में देशबंधु पारा आम बाग में करीब तीन कट्ठा जमीन पर बने शानदार मकान में रहता है. यह जमीन और घर पत्नी के नाम से है. वहां से करीब डेढ़ लाख रुपये कैश, चार बैंक खातों में जमा लाखों रुपये, एक स्कॉर्पियो गाड़ी (पिता के नाम से), एक हूंडई आइ-10 कार, एक स्कूटी के अलावा शेयर एवं म्यूचुअल फंड में बड़ी मात्रा में निवेश से जुड़े कागजात मिले हैं.
इनकी पत्नी के नाम से एसबीआइ, आइसीआइसीआइ बैंक, रिलायंस समेत अन्य कई कंपनियों के शेयर में बड़ी संख्या निवेश के कागजात जब्त किये गये हैं. फिलहाल इनकी जांच चल रही है. इसके बाद ही इनमें निवेश से संबंधित सही जानकारी मिलेगी. कई स्थानों पर जमीन खरीद से संबंधित कागजात भी मिले हैं.
पटना के दानापुर की डिफेंस कॉलोनी में एक कट्ठा जमीन में तीन मंजिला मकान बना हुआ है. पश्चिम बंगाल के दक्षिण चौबीस परगना जिले में पांच डिसमिल जमीन, वहीं के श्रीपल्ली में भी अपना मकान बना रखा है (कीमत 40 लाख रुपये), पूर्णिया में पत्नी के नाम से 40 डिसमिल जमीन के अलावा स्वयं के नाम पर यूपी के दादरी में 100 गज जमीन खरीदने से संबंधित कागजात बरामद हुए हैं.
जमीन के इन सभी कागजातों की जांच अंतिम रूप से चल रही है. इसके बाद इनका बाजार मूल्य का सही आकलन किया जा सकेगा. हालांकि शुरुआती आकलन में इनका बाजार मूल्य पांच से 10 करोड़ रुपये बताया जा रहा है.