नए साल पर अगर आप दोस्तों, परिवार या अपने पार्टनर के साथ घूमने का प्लान बना रहे हैं तो आप वाल्मिकीनगर और मंगुराहा वन क्षेत्र के पर्यटन स्थलों पर जाकर कुछ सुकून के पल बिता सकते हैं. यहां आप वीटीआर की खूबसूरत वादियां, सदाबहार जंगल में चहचहाते पक्षियों का संगीत, पेड़ों की हरियाली के साथ यादगार तस्वीरें खींच सकते हैं और कुछ पलों का आनंद ले सकते हैं. इसके साथ ही यहां आपको कई प्राचीन मंदिर, पहाड़ी, नदियां, इमारतें और प्राकृतिक सुंदरता भी देखने को मिलेगी.
नए साल को लेकर हर कोई उत्साहित होता है. ज्यादातर लोग पार्टी करने या कहीं घूमने का प्लान बना लेते हैं. वह नए साल पर नई-नई टूरिस्ट स्पॉट को एक्सप्लोर करना चाहते हैं. वाल्मीकि नगर की खास बात यह है कि आपको यहां कम बजट में पूरा मजा आएगा. इतिहास में दिलचस्पी रखने वाले पर्यटकों को घूमने के लिए इससे बेहतरीन जगह और कहीं नहीं मिल सकती है.
वैसे तो वीटीआर में सालों भर पर्यटकों और दर्शनीय लोगों आना लगा रहता है. परंतु नए वर्ष पर यहां नव वर्ष का जश्न मनाने के लिए काफी संख्या में लोग पहुंचते हैं. वीटीआर के सघन वन क्षेत्र में मां मदनपुर देवी, नर देवी देवी जटाशंकर, कालेश्वर मंदिर प्राचीन प्रतिमा स्थापित है.
भारत- नेपाल बॉर्डर पर हरे-भरे पेड़ पौधों की प्राकृतिक सुंदरता और पक्षियों का कलरव दूर से ही लोगों को आकर्षित करती है. ठंड के दिनों में त्रिवेणी संगम तट पर हरा पानी, पहाड़ की खूबसूरत व सूर्य के किरण देखने अदभुत झलकियां दिखाई देती है. वहां पहुंचने पर असीम शांति की अनुभूति होती है. लोग पूरे परिवार के साथ यहां पहुंचते हैं और माता रानी की पूजा पाठ कर नए वर्ष की शुरुआत करते हैं.
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में नए साल के पूर्व भारी संख्या में देश के अलग-अलग कोने से पर्यटकों का जत्था पहुंच रहा है. जिससे वाल्मीकिनगर क्षेत्र गुलजार दिख रहा है. पर्यटक यहां जंगल सफारी के माध्यम से टाइगर रिजर्व के शांत वातावरण में शाकाहारी और मांसाहारी जीव जंतुओं का दीदार कर रहे हैं.
पर्यटकों ने बताया कि वाल्मीकि टाइगर रिजर्व देश की अन्य टाइगर रिजर्व से बिल्कुल भिन्न है. यहां की प्राकृतिक सुंदरता, शांत वातावरण, प्रदूषण मुक्त माहौल इसे अन्य रिजर्व से अलग रखता है. महाराष्ट्र मुंबई से आए पर्यटक ने बताया कि टाइगर रिजर्व प्रशासन द्वारा पर्यटकों की सुविधाओं का बेहतर ख्याल रखा जा रहा है, जो अत्यंत प्रशंसनीय है.
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी महर्षि वाल्मीकि की तपोभूमि वाल्मीकिनगर में पौधारोपण कर नव वर्ष का स्वागत किया जाएगा तथा उपहार स्वरूप पौधे दिए जाएंगे. वहीं, पर्यावरण प्रेमियों का कहना है कि इस नए वर्ष में हर व्यक्ति को उत्साह एवं उल्लास के साथ नवीन शुभ संकल्प लेना चाहिए तथा अपने मन के नकारात्मक विचारों को त्याग कर सत्कर्म के मार्ग पर चलने का दृढ़ निश्चय करना चाहिए.
जंगल सफारी के लिए ऑनलाइन बुकिंग करने वालों को पहले प्राथमिकता दी जा रही है. ऑफलाइन बुकिंग करने वाले पर्यटकों को बुकिंग रिक्त रहने पर ही जंगल सफारी की सुविधा उपलब्ध हो पाएगी. इस बाबत पूछे जाने पर प्रभारी वन क्षेत्र पदाधिकारी राजकुमार पासवान ने बताया कि भारी संख्या में पर्यटक वाल्मीकि टाइगर रिजर्व पहुंच रहे हैं. वन प्रशासन उनकी सुविधाओं को लेकर पूरी तरह जागरूक है.
इधर वाल्मीकिनगर रेंजर राजकुमार ने कहा कि सूरज की पहली किरणों, पक्षियों के चहचहाने और प्रकृति के सौंदर्य और उसकी अनूठी छटा में घुलते-मिलते हुए बड़ा दिन व नववर्ष का स्वागत करें. जिंदगी बहुत खूबसूरत है. मगर इसे दूसरों की जिंदगी में भी मिठास घोलते हुए बिताया जाए तो इसके मायने ही बदल जाते हैं. नव वर्ष के लिए वीटीआर तैयार है. पर्यटकों के लिए झूला पुल, इको पार्क, गंडक नदी की धारा में राफटिंग आदि आकर्षण का केंद्र है.
वाल्मीकिनगर पुलिस नए वर्ष पर नशेड़ियों व असामाजिक तत्वों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है. इसको 31 दिसंबर से पहले ही अमली जामा पहना दिया जाएगा. इस बाबत वाल्मीकिनगर थानाध्यक्ष अर्जुन कुमार ने बताया कि नशे की हालत में गाड़ी चलाते या हुड़दंग करते मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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