बिहार में निकाय चुनाव से पहले एक साथ 36 हजार कर्मियों का तबादला, सफाईकर्मी तक का वार्ड बदला

नगर निकाय चुनाव की वजह से इस बार बिहार में तबादलों का एक नया रिकॉर्ड बन गया है. बिहार में नगर निकाय चुनाव के लिए मतदान से पूर्व एक साथ 36000 कर्मियों का तबादला किया गया है. बिहार के अंदर पिछले 70 साल में पहली बार ऐसा देखने को मिला है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 13, 2022 9:42 AM

पटना. नगर निकाय चुनाव की वजह से इस बार बिहार में तबादलों का एक नया रिकॉर्ड बन गया है. बिहार में नगर निकाय चुनाव के लिए मतदान से पूर्व एक साथ 36000 कर्मियों का तबादला किया गया है. बिहार के अंदर पिछले 70 साल में पहली बार ऐसा देखने को मिला है. 3 साल या उससे अधिक समय से एक ही वार्ड में जमे कर्मियों को वहां से हटा दिया गया है. बिहार में दो चरणों में निकाय चुनाव की घोषणा हो चुकी है. 10 अक्टूबर को पहले चरण में और 20 अक्टूबर को दूसरे चरण में मतदान होगा.

सफाई कर्मियों का भी ट्रांसफर

राजधानी पटना समेत पूरे प्रदेश में नगर निकाय चुनाव के दौरान कभी भी सफाई कर्मियों और दैनिक के कर्मियों के तबादले नहीं किये गये थे. साल 1952 से लेकर अब तक तकरीबन 70 साल के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि सफाई कर्मियों को भी चुनाव के दौरान दूसरी जगह पर ट्रांसफर कर दिया गया है.

फैसले से हड़कंप की स्थिति

नगर निकाय चुनाव से पहले सरकार के इस बड़े फैसले से हड़कंप की स्थिति है. तबादले का आदेश जारी होने के बाद एक बार फिर से सफाई कर्मी हड़ताल की रणनीति पर विचार कर रहे हैं. बिहार स्थानीय निकाय कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा और बिहार राज्य स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ ने संयुक्त बैठक करते हुए तबादले के आदेश का विरोध किया है.

चुनाव की निष्पक्षता बनी रहे

हालांकि तबादले का जो आदेश जारी किया गया है, उसमें स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि नगर निकाय चुनाव सभी वार्डों के स्तर पर कराया जाना है. ऐसे में चुनाव की निष्पक्षता बनी रहे, इसलिए यह जरूरी है कि नियमित और दैनिक दोनों तरह के ऐसे कर्मी जो 3 साल या उससे अधिक से एक ही वार्ड में तैनात हो उनका तबादला दूसरे वार्ड में करने का फैसला लिया गया है.

हड़ताल की आशंका

विभाग के परियोजना पदाधिकारी उपनिदेशक बुध प्रकाश ने इस संबंध में दिशा निर्देश जारी किया था. राजधानी पटना समेत नगर निकायों में सफाई कर्मी पिछले दिनों एक 11 दिनों के लिए हड़ताल पर रहे, लेकिन अब एक बार फिर से इस तबादले के बाद हड़ताल की आशंका जतायी जाने लगी है.

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