बिहार: बेगूसराय में शनिवार को पुनः रिकॉर्ड 43 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया. तेज धूप के साथ चल रही लू वाली हवा से लोग हलकान हो रहे हैं और सड़कें वीरान दिख रही है. मौसम विज्ञान विभाग ने पूर्व में लू वाली हवा व उच्च तापमान होने के संकेत दिये थे, जिसका असर अब साफ जिले में देखा जा रहा है. सुबह के सात बजे से ही ऐसी कड़कड़ाहट धूप होती है कि लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है. जरूरी कार्य से भी बाहर निकलने वाले लोग घर से निकलने में कतरा रहे हैं और शाम होने का इंतजार कर रहे हैं.
उमस भरी गर्मी एवं आसमान से बरसते अंगारे के कारण भीड़भाड़ वाले रिहायशी इलाका भी दोपहर में अब वीरान दिखने लगा है. ट्रैफिक चौक, हीरालाल चौक, काली स्थान चौक, नगरपालिका चौक जैसे मार्केटों में दोपहर के समय वीरानगी छाई रहती है. इन स्थानों पर सुबह से लेकर शाम तक लोगों की भीड़ रहती थी, लेकिन भीषण गर्मी के कारण यह इलाका वीरान दिखता है.
Also Read: शादी से 7 दिन पूर्व अचानक गायब हुई लड़की, इसी सप्ताह कोलकाता में होनी थी शादी, मां ने लगाया अपहरण का आरोप
दोपहर में गर्मी इतनी कि पारा 43 डिग्री के पार हो गया. शनिवार की दोपहर 12 से 2 बजे के बीच अधिकतम पारा 41 के आस-पास आंका गया, जबकि 3 से 4 बजे के बीच 43 डिग्री दर्ज किया गया. वहीं शाम 5 बजे के बाद न्यूनतम पारा 39 के करीब आंका गया. पारा बढ़ने के साथ ही लोगों की परेशानी भी बढ़नी शुरू हो गयी है. मौसम विभाग के जानकारों के अनुसार 12 जून के बाद पारा और बढ़ने की उम्मीद है.
गर्मी व लू से बचाव के लिये स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि अधिक से अधिक पानी पीएं. पसीना सोखने वाले पतले व हल्के रंग के वस्त्र ही पहनें. धूप में जाने से बचें, यदि धूप में जाना जरूरी है तो चश्मे, छाते, टोपी पहन कर निकलें. यात्रा करते समय अपने साथ पर्याप्त पीने के लिए पानी रखें. ओआरएस या घर में बने हुए पेय पदार्थ जैसे-लस्सी, मांड, नीबूं-पानी, छाछ का उपयोग करें, ताकि शरीर में पानी की कमी नहीं हो सकें. यदि संभव हो तो सुबह 12 से दोपहर 4 बजे तक मध्य धूप में निकलने से बचें. हिट स्ट्रोक (लू) के मुख्य लक्षणों में शरीर में कमजोरी का होना, चक्कर आना, सिर में तेज दर्द, पसीना आना व कभी-कभी बेहोशी आना प्रमुख कारण है.