स्कूल में शिक्षक हैं,भवन नहीं ,कैसे पढ़ेंगे बच्चे
बेगूसराय : बेगूसराय में शिक्षा की अलख कैसे जगे जहां सरकार के विद्यालय हैं. विद्यालय में शिक्षक हैं लेकिन विद्यालय के अपने भवन नहीं हैं. तो ऐसे में कैसे जले शिक्षा की दीप और कैसे विकास हो नौनिहालों के सुनहले भविष्य का. जी हां यह विद्यालय है शहर के नगर निगम वार्ड 33 स्थित प्राथमिक […]
बेगूसराय : बेगूसराय में शिक्षा की अलख कैसे जगे जहां सरकार के विद्यालय हैं. विद्यालय में शिक्षक हैं लेकिन विद्यालय के अपने भवन नहीं हैं. तो ऐसे में कैसे जले शिक्षा की दीप और कैसे विकास हो नौनिहालों के सुनहले भविष्य का. जी हां यह विद्यालय है शहर के नगर निगम वार्ड 33 स्थित प्राथमिक कन्या मकतब मियाचक ,जहां स्कूल में शिक्षक तो हैं लेकिन विद्यालय के अपने भवन नहीं हैं.
विद्यालय के नाम पर सिर्फ एक कार्यालय:प्राथमिक कन्या मकतब मियांचक विद्यालय एक ऐसा विद्यालय है जिसमे पूरे विद्यालय में भवन के नाम पर सिर्फ एक कमरा है जिसे कार्यालय बनाया गया है .बाकी कक्षा के नाम पर एक भी कमरा नहीं है जहां छोटे -छोटे बच्चे पढ़ सकें और अपने भविष्य बना सकें.
शिक्षकों की संख्या है पांच:प्राथमिक कन्या मकतब मियाचक विद्यालय में शिक्षकों की संख्या पांच है, जिसमें तीन नियोजित शिक्षक हैं . और विद्यार्थियों की संख्या 94 बताया जाता है. जबकि हकीकत यह है कि वहां छात्रों की संख्या नगण्य है.
क्या कहते हैं शिक्षक:विद्यालय की एचएम ने बताया कि हमारे विद्यालय में कुल पांच शिक्षक हैं. लेकिन आलम यह है कि कमरा के अभाव के कारण बच्चे विद्यालय नहीं आते हैं तो फिर ऐसे में शिक्षक किसको पढ़ाएं .उन्होंने बताया कि दरअसल जिस भवन के शरण में विद्यालय है वो भवन मूल रूप से मसजिद के कमेटी की है. कभी एक कमरा दिया जाता है तो कभी एक भी नहीं .इन हालात में खुले आसमान के नीचे धूप में, जाड़े में और बरसात में बच्चे जमीन पर बोरा बिछा कर पढ़ने के लिए मजबूर हैं.
क्या कहते हैं मसजिद कमेटी के अध्यक्ष:मसजिद कमेटी के अध्यक्ष डॉ शौकत अली ने बताया की प्राथमिक कन्या मकतब मियाचक विद्यालय की अपनी कोई जमीन नहीं है . दरअसल मोहल्ले के बच्चों की बात है इसलिए विद्यालय को जगह दी गयी है ताकि मोहल्ले के बच्चे वहां पढ़ सकें .दूसरी बात इसके बदले उस विद्यालय से कमेटी कोई शुल्क भी नहीं लेती इसलिए यह बात शिक्षा विभाग को सोचना चाहिए.
क्या कहते हैं अधिकारी :प्राथमिक कन्या मकतब मियाचक विद्यालय के संबंध में शिक्षा पदाधिकारी दिनेश साफी ने बताया कि इस विद्यालय के बारे में मेरी कोई जानकारी नहीं है . अगर उक्त विद्यालय की अपनी जमीन नहीं है तो विभाग के द्वारा भूमि खरीदने कि कोई व्यवस्था नहीं है. वैसे यह जांच का विषय है और इस बाबत जांच की जायेगी.