पांच घंटे रेल पटरी पर धरना

सब्दलपुर रेलवे स्टेशन पर किया रेल चक्का जाम धरना के बाद पांच सूत्री मांग पत्र अधिकारी को सौंपा साहेबपुरकमाल : मुंगेर रेल सह सड़क पुल परियोजना के तहत अधिगृहित भूमि से प्रभावित किसानों ने जमीन के बदले रेलवे में नौकरी की मांग को लेकर शुक्रवार को सब्दलपुर रेलवे स्टेशन पर रेल चक्का जाम आंदोलन किया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 22, 2017 12:24 PM
सब्दलपुर रेलवे स्टेशन पर किया रेल चक्का जाम
धरना के बाद पांच सूत्री मांग पत्र अधिकारी को सौंपा
साहेबपुरकमाल : मुंगेर रेल सह सड़क पुल परियोजना के तहत अधिगृहित भूमि से प्रभावित किसानों ने जमीन के बदले रेलवे में नौकरी की मांग को लेकर शुक्रवार को सब्दलपुर रेलवे स्टेशन पर रेल चक्का जाम आंदोलन किया और रेल की पटरी पर धरना -प्रदर्शन किया.
आंदोलनकारी सुबह छह बजे से ही रेल पटरी पर धरना पर बैठ गये. जिस कारण उक्त मार्ग पर रेल परिचालन सुबह से ही ठप हो गया. इस बीच जमालपुर-तिलरथ डीएमयू ट्रेन मुंगेर में और गोरखपुर देवघर स्पेशल ट्रेन साहेबपुरकमाल स्टेशन पर खड़ी रही.
अखिल भारतीय किसान महासभा साहेबपुरकमाल और किसान संघर्ष समिति के द्वारा समर्थित धरना सभा की अध्यक्षता सीपीआइ अंचल मंत्री सरफराज आलम ने की. इस अवसर पर भाकपा माले जिला सचिव दिवाकर कुमार ने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार तथा रेल विभाग के अधिकारी किसानों की मांगों की लगातार उपेक्षा कर रहे हैं. अब किसान उपेक्षा बरदाश्त करने को तैयार नहीं हैं.
मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन और तेज किया जायेगा. भाकपा जिला परिषद सदस्य मनोज कुमार ने नरेंद्र मोदी की सरकार को किसान विरोधी करार देते हुए कहा कि रेल पूल परियोजना में किसानों की बेशकीमती जमीन ले ली. जिससे किसानों की रोजी-रोटी छीन गयी. संविधान में प्रावधान रहते हुए यह सरकार प्रभावित किसानों को रेलवे में नौकरी देने के नाम पर धोखा दे रही है, जिससे किसानों में गुस्सा है .उन्होंने कहा है कि किसानों के इस समस्या को लेकर भाकपा जिला परिषद गंभीर है.
इस मुद्दे को लेकर 25 जुलाई को जिला परिषद डीएम का घेराव करेगी. उन्होंने खगड़िया, बेगूसराय और मुंगेर जिले के सांसद से लोकसभा के चालू सत्र में इस मुद्दे पर चर्चा करने का मांग की. रेल का चक्का जाम आंदोलन में शामिल किसानों ने रेल विभाग द्वारा चयनित किसान अभ्यर्थी को अविलंब नियुक्ति पत्र देने तथा शेष बचे किसान अभ्यर्थियों की चयन प्रक्रिया को शीघ्र प्रारंभ करने, बरौनी से जमालपुर तक डीएमयू ट्रेन की संख्या बढ़ाने,बरौनी से भागलपुर तक इंटरसिटी ट्रेन चलाने,तथा मुंगेर रेल सह सड़क पुल के सड़क संपर्क पथ का निर्माण अविलंब शुरू करने सहित पांच सूत्री मांग पत्र अधिकारी को समर्पित किया.
बलिया एसडीओ ब्रज किशोर चौधरी, रेल विभाग में बरौनी डीपीओ तथा आंदोलनकारी के बीच समझौता वार्ता में मांग को लेकर एक सप्ताह के अंदर कार्रवाई शुरू करने का आश्वासन के बाद आंदोलनकारी मान गये और धरना को समाप्त कर दिया.जिस कारण करीब पांच घंटे बाद रेल परिचालन शुरू हो पाया.

Next Article

Exit mobile version