सात कमरों में पढ़ाई करते हैं सात सौ बच्चे

अनदेखी . हाल उत्क्रमित मध्य विद्यालय पहाड़चक का, बेंच-डेस्क की है कमी बेगूसराय : विद्यालयों में बच्चे को मिलने वाली शिक्षा का महत्व सिर्फ डिग्रियों अथवा नौकरी व रोजगार पेशा के लिए ही नहीं है, बल्कि उसका असर बच्चों के संपूर्ण व्यक्तित्व के विकास पर भी पड़ता है. विद्यालयों में शिक्षण का व्यवस्थित व संसाधनों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 24, 2017 1:17 AM

अनदेखी . हाल उत्क्रमित मध्य विद्यालय पहाड़चक का, बेंच-डेस्क की है कमी

बेगूसराय : विद्यालयों में बच्चे को मिलने वाली शिक्षा का महत्व सिर्फ डिग्रियों अथवा नौकरी व रोजगार पेशा के लिए ही नहीं है, बल्कि उसका असर बच्चों के संपूर्ण व्यक्तित्व के विकास पर भी पड़ता है. विद्यालयों में शिक्षण का व्यवस्थित व संसाधनों से परिपूर्ण माहौल बच्चों के हौसले को मजबूत तो करता है. साथ ही साथ बच्चों की पढ़ाई के प्रति अभिरुची को भी बनाये रखने में सहायक होता है. सरकार के द्वारा भी बेहतर शिक्षा व्यवस्था की बात जोर शोर से की जाती रही है.
किस तरह से बच्चों की पढ़ाई चल रही है़ इसकी पड़ताल प्रभात खबर के प्रतिनिधियों के द्वारा की जा रही है. विद्यालयों में क्या है शिक्षा की व्यवस्था, विद्यालय अपनी बदहाली की कहानी खुद अपनी जुबानी सुना रहा है. निगम क्षेत्र के वार्ड 27 पहाड़चक में चल रहे उत्क्रमित मध्य विद्यालय कई तरह की बुनियादी सुविधाओं के अभाव का रोना रो रहा है.
वर्ग कक्ष का है घोर अभाव : उक्त विद्यालय में छात्र अनुपात में वर्ग कक्ष की काफी कमी है. विद्यालय में 410 छात्र व 330 छात्राएं सहित कुल 740 विद्यार्थी मात्र सात कमरे में ही पढ़ाई कर रहे हैं. जिससे कई तरह की कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है.
दो वर्ग-कक्ष भवन की हालत जर्जर : जिसमें वर्ग कक्ष चलाये जा रहे हैं. उस दो कमरे की छत काफी जर्जर हो गयी है. छत की कंक्रीट की परत टूट कर गिर रही है. जो कि बच्चों की सुरक्षा के ख्याल से खतरनाक है.
80 से 90 छात्र-छात्राओं के वर्ग-कक्ष का हो रहा है संचालन: विद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की धज्जियां उड़ायी जा रही है. एक कमरे में 80-90 छात्रों को पढ़ाने का कार्य किया जा रहा है. जिससे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर ही सवाल खड़ा हो रहा है.
बेंच-डेस्क का है घोर अभाव: विद्यालय के बच्चे फर्श पर ही पढ़ाई करने को मजबूर हैं .विद्यालय में लंबे समय से बेंच-डेस्क का अभाव है. इससे बच्चों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है.
विद्यालय में शिक्षकों का सही से नहीं हो पा रहा उपयोग : विद्यालय में एचएम सहित कुल सोलह शिक्षक-शिक्षिकाएं कार्यरत है. छात्र-शिक्षक अनुपात लगभग सही रहने के बावजूद भी भवन के अभाव के कारण शिक्षकों का सही तरीके से उपयोग नहीं हो पा रहा है.
750 छात्र-छात्राओं के लिए महज चार शौचालय : विद्यालय में दो शौचालय छात्रों के लिए व दो शौचालय का उपयोग छात्राओं के लिए है जो कि संख्या अनुपात में कम है .
हैंडपंप से आ रहा है गंदा पानी :
विद्यालय में पेयजल की समुचित व्यवस्था है. एक समरसेबल व दो हैंडपंप उपलब्ध हैं. परंतु एक हैंडपंप खराब पड़ा हुआ है. दूसरे हैंडपंप के पुराने पड़ जाने के कारण व खराबी की वजह से पंप से गंदा पानी आ रहा है.
विभाग को अवगत कराया
विभिन्न समस्याओं के बारे में संबंधित विभाग को अवगत कराया गया है. सीमित साधनों में भी बेहतर पढ़ाई करायी जा रही है.
शीला कुमारी, एचएम, उत्क्रमित मध्य विद्यालय पहाड़चक

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