कस्टडी में रंजीत ने की थी पुलिस पर फायरिंग
दुस्साहस. बिहटा थाने में हुई प्राथमिकी, लेकिन पुलिस ने घटना की भनक तक नहीं लगने दी बिहटा : पुलिस ने रंजीत चौधरी को 16 अगस्त को गिरफ्तार किया था. इस दौरान उसने पुलिस कस्टडी में ही पुलिस पर फायरिंग कर दी थी, जिसमें कई पुलिसकर्मी बाल-बाल बच गये थे. लेकिन पुलिस इस घटना को पूरी […]
दुस्साहस. बिहटा थाने में हुई प्राथमिकी, लेकिन पुलिस ने घटना की भनक तक नहीं लगने दी
बिहटा : पुलिस ने रंजीत चौधरी को 16 अगस्त को गिरफ्तार किया था. इस दौरान उसने पुलिस कस्टडी में ही पुलिस पर फायरिंग कर दी थी, जिसमें कई पुलिसकर्मी बाल-बाल बच गये थे. लेकिन पुलिस इस घटना को पूरी तरह दबा दिया. सूत्रों का कहना है कि पकड़ने के बाद पुलिस उसे बिहटा के पांडेय मुहल्ला में स्थित अरविंद सिंह के मकान में ले गयी, जहां वह रहता था.
इसी दौरान उसने गिट्टी व्यवसायी मिट्ठु पांडेय की हत्या कर दी थी और वहां से फरार हो गया था. पुलिस उसकी निशानदेही पर उस मकान में हथियार की बरामदगी को लेकर छापेमारी करने पहुंची थी. इसी दौरान उसने हथियार खोजने के दौरान हथियार निकाल कर पुलिस पर ही फायर कर दिया. लेकिन पुलिस के जवानों ने दिलेरी दिखाते हुए रंजीत चौधरी को काबू में करते हुए पिस्टल को जब्त किया. पुलिस पर फायरिंग के संबंध में भी बिहटा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी, लेकिन पुलिस ने इस घटना की किसी को भनक तक नहीं लगने दी.
हत्या में प्रयुक्त पिस्टल को लेने गयी थी पुलिस
थाना प्रभारी ने बताया कि बीते कुछ दिनों पूर्व गिट्टी व्यवसायी मिट्ठू पांडेय की हत्या दिनदहाड़े बिहटा ओवरब्रिज के समीप कर दी गयी थी. घटना के बाद हत्याकांड का मुख्य अभियुक्त रंजीत चौधरी फरार चल रहा था. दो दिन पूर्व पटना के सिटी एसपी मनु महाराज के नेतृत्व में उसे औरंगाबाद से गिरफ्तार किया गया था. पूछताछ के क्रम में उसने बताया कि हत्या में प्रयुक्त नाइन एमएम पिस्टल बिहटा के प्राइवेट क्वार्टर में रखा है. बिहटा में छापेमारी के दौरान पिस्टल, बंदूक और जिंदा कारतूस के मिलते ही रंजीत ने पिस्टल लेकर पुलिस पर फायर कर दिया. पुलिस अगर सतर्क नहीं होती कई पुलिसकर्मियों को जान से हाथ धोना पड़ता और रंजीत भी पुलिस की हिरासत से भाग निकलता. बिहटा में अरविंद सिंह के मकान से एक नाइन एमएम की पिस्टल, 12 जिंदा कारतूस, एक डीबीएल बंदूक और 10 जिंदा कारतूस बरामद किये गये थे.