बरौनी( नगर) : सिमरिया में 6 अक्तूबर से शुरू होने वाले राजकीय कल्पवास मेले को लेकर सिमरिया घाट में विभिन्न खालसाओं के संत-महात्माओं का पहुंचना शुरू हो गया है. मां गंगा सेवा समिति के अध्यक्ष प्रो इंद्रकांत झा, उपाध्यक्ष दिनेश राय और सचिव रामजी झा ने बताया कि अब तक लगभग साठ की संख्या में विभिन्न साधु-संतों व महात्माओं का खालसा सिमरिया कल्पवास मेला में पहुंच चुका है,
जिसमें नित्यानंद सेवा खालसा के लाडली दास, उड़ीसा खालसा के गजाधर दास, राम निहोरा सेवा शिविर के बौआ हनुमान, नवादा आश्रम के सूर्यकांत दास उर्फ फलाहारी बाबा, विष्णुदेवाचार्य, अवध किशोर दास, श्याम दास सहित अन्य सिमरिया घाट पहुंच गये हैं. उन्हें जिला प्रशासन की ओर से जगह आवंटित कर दिया गया है, जहां खालसाओं द्वारा अपनी सुविधा के अनुसार पंडाल और छोटी-छोटी कुटिया का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है.
वहीं करीब एक हजार की संख्या में कल्पवासी जो अपने-अपने गुरुओं की खालसाओं में पर्णकुटीर बनाकर रहेंगे,पहुंच चुके हैं. इसके अलावा कल्पवास क्षेत्र में पीएचइडी विभाग द्वारा अब तक लगभग साठ की संख्या में चापाकल लगाया जा चुका है,आगे कार्य प्रगति पर है. वहीं क्षतिग्रस्त स्थायी शौचालयों की मरम्मत और अस्थायी शौचालय के निर्माण कार्य की गति धीमी होने के कारण सिमरिया घाट पहुंच चुके कल्पवासी खुले में शौच करने को विवश हो रहे हैं.
जबकि कल्पवासियों की सुरक्षा के लिए चकिया ओपी प्रभारी राजरतन लगातार मॉनीटरिंग कर रहे हैं. घाट किनारे लगी दूकानों को एक जगह और एक लाइन में व्यविस्थत करने का कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है.बरौनी पीएचसी प्रभारी डॉ मणिभूषण शर्मा कल्पवास मेला क्षेत्र पहुंच कर अस्पताल के लिए बनाये जा रहे स्थल का निरीक्षण किया. विदित हो कि इस बार मुख्य अस्पताल में सारी आवश्यक सुविधाओं के साथ मरीजों के लिए 45 बेड उपलब्ध रहेंगे. जहां तीन शिफ्टों में डॉक्टर के साथ अन्य स्वास्थ्यकर्मी रहेंगे. इसके अलावा कल्पवास क्षेत्र में चार प्राथमिक उपचार केंद्र भी खोला जायेगा. वहीं अधूरे पड़े कुंभ द्वार का निर्माण कार्य बरौनी थर्मल महाप्रबंधक के सौजन्य से युद्ध स्तर पर कराया जा रहा है.