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बरौनी थर्मल बेचने की तैयारी का विरोध शुरू
संयुक्त संघर्ष मोर्चा बनाकर कर्मियों ने संघर्ष का फूंका बिगुल बरौनी थर्मल प्लांट को एनटीपीसी को सौंपने की हो रही तैयारी बरौनी(नगर) : बिहार सरकार द्वारा अपनी एक मात्र बरौनी थर्मल पावर प्लांट को एनटीपीसी के हाथों बेचने की तैयारी का विरोध होना शुरू हो गया है. बीटीपीएस बचाओ, बिहार बचाओ अभियान के मद्देनजर रविवार […]
संयुक्त संघर्ष मोर्चा बनाकर कर्मियों ने संघर्ष का फूंका बिगुल
बरौनी थर्मल प्लांट को एनटीपीसी को सौंपने की हो रही तैयारी
बरौनी(नगर) : बिहार सरकार द्वारा अपनी एक मात्र बरौनी थर्मल पावर प्लांट को एनटीपीसी के हाथों बेचने की तैयारी का विरोध होना शुरू हो गया है. बीटीपीएस बचाओ, बिहार बचाओ अभियान के मद्देनजर रविवार को बरौनी थर्मल के पदाधिकारी-कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा का गठन कर थर्मलकर्मियों ने बिहार सरकार व जेनरेशन के शीर्ष प्रबंधन के निर्णय के खिलाफ संघर्ष का बिगूल फूंक दिया.
संयुक्त संघर्ष मोर्चा के संयोजक रविभूषण ने कहा कि जेनरेशन कंपनी के शीर्ष प्रबंधन द्वारा बिहार सरकार के समक्ष बरौनी थर्मल से संबंधित सारे तथ्यों को जान-बूझकर और किसी षडयंत्र के तहत तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है.
जिसके कारण बरौनी के ओल्ड और न्यू एक्सटेंशन पावर प्रोजेक्ट को बेचने की कोशिश की जा रही है. जिसका हर स्तर पर विरोध किया जायेगा. बरौनी थर्मल पेसा के उपाध्यक्ष देवेंद्रनाथ नंदा ने कहा कि करोड़ों खर्च के बाद बरौनी थर्मल प्लांट को एनटीपीसी को सौंपने के निर्णय का कोई औचित्य नहीं है.
सभी सुविधाओं के साथ बरौनी थर्मल से बिजली उत्पादन का एक मौका तो हमें मिलनी ही चाहिए. बिजली उत्पादन में अनावश्यक विलंब का ठीकरा भेल कंपनी पर फोड़ते हुए कहा कि बरौनी न्यू एक्सटेंशन प्रोजेक्ट से उत्पादन करने में लागत से अधिक जो खर्च आ रहा है उसका जेनरेशन कंपनी और भेल कंपनी दोनों को आधा-आधा वहन करना चाहिए. यदि हमारी मांगें नहीं मानी गयी तो मंगलवार पांच दिसंबर को उक्त निर्णय के खिलाफ गेट मीटिंग और मशाल जुलूस निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया जायेगा.
वहीं इस अवसर पर थर्मल कर्मियों द्वारा बरौनी प्लांट को बचाने व चलाने का शपथ भी लिया जायेगा. मौके पर पदाधिकारी-कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के अनुपम कमल, दीपराज, सदाबुल हसन, मनीष कुमार,आशीष कुमार, मो सलाउद्दीन,अमति कुमार, मदन प्रसाद यादव, संजय चौरसिया, निरंजन कुमार, विनोद प्रसाद, कृष्ण मोहन महतो, अमलेश कुमार,राम कुमार भगत,गौतम कुमार सहित बड़ी संख्या में थर्मलकर्मी उपस्थित थे.
कांटी के मुकाबले बरौनी का बेहतर रहा है उत्पादन :संयुक्त संघर्ष मोर्चा के सदस्यों ने कहा कि बरौनी में दक्ष लोगों की कमी के कारण पावर प्लांट को एनटीपीसी को देने की बात गलत है. एनटीपीसी द्वारा संचालित कांटी के 110 मेगावाट इकाई के उत्पादन की अगर बीटीपीएस के 110 मेगावाट इकाई के चालू होने के बाद तुलनात्मक अध्ययन किया जाये तो दिसंबर,जनवरी और फरवरी माह में कम खर्च कर बरौनी उत्पादन के मामले में अव्वल रहा है.
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