स्थल चिह्नित कर अलावा जलाना भूला निगम

निगम ने गरीबों को अब तक उपलब्ध नहीं कराया कंबल बेगूसराय : जिले में कड़ाके की शीतलहर का प्रकोप अनवरत जारी है. नतीजा लोगों की दिनचर्या पिछले एक सप्ताह से बेपटरी हो गयी है. लगातार पारा के गिरने व कनकनी के बढ़ने से शहर से लेकर गांव तक के लोगों काया कांप रही है. पूरे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 9, 2018 4:50 AM

निगम ने गरीबों को अब तक उपलब्ध नहीं कराया कंबल

बेगूसराय : जिले में कड़ाके की शीतलहर का प्रकोप अनवरत जारी है. नतीजा लोगों की दिनचर्या पिछले एक सप्ताह से बेपटरी हो गयी है. लगातार पारा के गिरने व कनकनी के बढ़ने से शहर से लेकर गांव तक के लोगों काया कांप रही है. पूरे दिन लोग घरों के अंदर दुबके हुए दिखायी पड़ रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के लिए इस ठंड से बचाव के लिए अलाव ही एकमात्र सहारा है. सबसे अधिक परेशानी झोंपड़ी व खुले आकाश में रहनेवाले लोगों को हो रही है.
नहीं जल रहा चिह्नित स्थलों पर अलाव : इस विपरीत मौसम में प्रकृति के साथ आमलोगों को नगर निगम भी दगा दे रही है. पिछले दिनों बेगूसराय नगर निगम द्वारा शहर के 35 चिह्नित जगहों पर अलाव जलाने की व्यवस्था करने का दावा किया गया था, लेकिन कुछ लोगों का कहना है कि निगम द्वारा चिह्नित जगहों पर अलाव नहीं जलाये जा रहे हैं.
अलाव के नाम पर महज खानापूर्ति की जा रही है. इधर, निगम के कई वार्डों में लोगों में इस बात के लिए भी आक्रोश देखा जा रहा है कि कड़ाके की शीतलहर का सितम के बाद भी निगम द्वारा अब तक जरूरत मंद लोगों को सरकारी कंबल उपलब्ध नहीं कराया जा सका है. प्रत्येक साल निगम जब शीतलहर कम जाता है तब कंबल का वितरण होता है.
स्वंयसेवी संगठनों को आगे आने की जरूरत : इस विपरीत मौसम में लोगों की परेशानी कम हो इसके लिए जिले के प्रमुख स्वंयसेवी संगठनों को आगे आने की जरूरत है. ऐसे संगठनों को उन जगहों पर पहल करने की जरूरत है, जहां अब भी लोग ठंड से कांपते नजर आ रहे हैं. अभी तक जिला प्रशासन द्वारा भी बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन एवं अन्य महत्वपूर्ण जगहों पर रहनेवाले लोगों को कंबल उपलब्ध नहीं कराया गया है.
बोले उपमेयर
निगम क्षेत्र के अंदर महत्वपूर्ण जगहों पर अलाव की व्यवस्था की गयी है. इस कार्य की प्रतिदिन मॉनीटरिंग की जा रही है. कंबल बांटने की प्रक्रिया में भी तेजी लायी गयी है. शीघ्र ही प्रत्येक वार्ड में कंबल उपलब्ध करा दिये जायेंगे.
राजीव रंजन, उपमेयर

Next Article

Exit mobile version