बेगूसराय के RJD MLA उपेंद्र पासवान पर जानलेवा हमले के बाद राजनीति तेज, तेजस्वी ने दिया बड़ा बयान
पटना : बिहार के बेगूसराय जिले के बखरी से राजद विधायक उपेंद्र पासवान पर अपराधियों ने जानलेवा हमला किया. देर शाम हुई इस घटना में विधायक बाल बाल बच गये. उन्होंने मीडिया को फोन पर बताया कि वह अपने दरवाजे पर बैठे हुए थे, उसी दौरान तेजी में एक बाइक आयी और उस पर सवार […]
पटना : बिहार के बेगूसराय जिले के बखरी से राजद विधायक उपेंद्र पासवान पर अपराधियों ने जानलेवा हमला किया. देर शाम हुई इस घटना में विधायक बाल बाल बच गये. उन्होंने मीडिया को फोन पर बताया कि वह अपने दरवाजे पर बैठे हुए थे, उसी दौरान तेजी में एक बाइक आयी और उस पर सवार अपराधियों ने ताबड़ तोड़ गोलीबारी की. उन्होंने कहा कि मेरे पास बैठे हुए मेरे शिक्षक साथी को पेट में गोली लग गयी, जिसका इलाज चल रहा है.
जानकारी के मुताबिक कुछ अपराधियों ने विधायक के घर पर गोलियां चलाई है. हालांकि इस हमले में राजद विधायक बाल बाल बच गये. गोलीबारी में कुम्हारसो विद्यालय के प्रधानाध्यापक के घायल होने की सूचना है. उपेंद्र पासवान बखरी से राजद के विधायक हैं. पुलिस इस घटना पर कुछ भी नहीं बोल रही है. घटना को अंजाम देकर अपराधी भागने में सफल हो गये. पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है.
घटना के बाद विधायक ने इसकी जानकारी पुलिस को दी है, पुलिस मामले की जांच कर रही है. वहीं हमले की खबर मिलने के बाद राजनीति शुरू हो गयी है. राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा है कि दिन-दहाड़े जनादेश का बलात्कार और डकैती से नीतीश जी पेट नहीं भरा जो अब हमारे विधायकों को मरवाने पर आमादा है. अभी बखरी से हमारे विधायक उपेंद्र पासवान पर इस चोर सरकार के पाले हुए गुंडों ने खुलेआम ताबड़तोड़ गोलियां चला कर जानलेवा हमला किया है.
दिन-दहाड़े जनादेश का बलात्कार और डकैती से नीतीश जी पेट नहीं भरा जो अब हमारे विधायकों को मरवाने पर आमादा है। अभी बखरी से हमारे विधायक उपेंद्र पासवान पर इस चोर सरकार के पाले हुए गुंडों ने खुलेआम ताबडतोड़ गोलियाँ चला कर जानलेवा हमला किया है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) February 2, 2018
इस घटना में दो ग्रामीणों को गोली लगी है, जिसमें एक शिक्षक हैं. तेजस्वी ने कहा कि यह दुखद घटना है. देख सकते हैं कि बिहार में लॉ एंड ऑर्डर का क्या हाल है. टारगेट उपेंद्र पासवान थे लेकिन बगल में बैठक शिक्षक को गोली लगी. न्याय यात्रा के खिलाफ साइकॉलिजल दबाव बनाने की कोशिश. तेजस्वी ने कहा कि आम आदमी हो या खास सबकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है.
वहीं इस मामले पर बोलते हुए सांसद पप्पू यादव ने कहा कि बिहार में अपराधी, दलाल, नेता और माफिया ही सुरक्षित हैं. वहीं केसी त्यागी ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दोनों दल राजनीति से ऊपर उठकर प्रशासन की मदद करें और उसका पता लगायें, जिसने इस घटना को अंजाम दिया है. उन्होंने कहा कि यदि विधायक को किसी जदयू के नेता पर भी शक है, तो उसका नाम लें और पार्टी के साथ कानून उस पर कार्रवाई करेगा.
तेजस्वी ने घटना के बाद लगातार ट्वीट किया और कहा कि अभी हमारे विधायक उपेंद्र पासवान जी पर गोलियों की बौछार की गयी. उपेंद्र जी को गोली नहीं लगी लेकिन उनके साथ बैठे हुए दो साथियों के पेट और पैर पर गोलियां लगी. हमलावर फिल्मी अन्दाज में हवा मेंफायरिंग करते हुएबाइक पर भाग गये. नीतीश कुमार ऐसे हादसों पर मौनी बाबा बन जाते है.
अभी हमारे विधायक उपेन्द्र पासवान जी पर गोलियों की बौछार की गयी। उपेन्द्र जी को गोली नहीं लगी लेकिन उनके साथ बैठे हुए दो साथियों के पेट और पैर पर गोलियाँ लगी। हमलावर फ़िल्मी अन्दाज़ में हवा में firing करते हुए bikes पर भाग गए। नीतीश कुमार ऐसे हादसों पर मौनी बाबा बन जाते है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) February 2, 2018
तेजस्वी ने कहा कि मैं देशवासियों को बताना चाहूंगा की विगत जुलाई में जनादेश का कत्ल करने के बाद से हमारे चौथे विधायक पर जानलेवा धमकी के बाद हमला हुआ है. नीतीश कुमार चोरी की कुर्सी बचाने के चक्कर में काला लबादा ओढ़कर कुर्सी से चिपक गये हैं.
अभी हमारे विधायक उपेन्द्र पासवान जी पर गोलियों की बौछार की गयी। उपेन्द्र जी को गोली नहीं लगी लेकिन उनके साथ बैठे हुए दो साथियों के पेट और पैर पर गोलियाँ लगी। हमलावर फ़िल्मी अन्दाज़ में हवा में firing करते हुए bikes पर भाग गए। नीतीश कुमार ऐसे हादसों पर मौनी बाबा बन जाते है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) February 2, 2018
तेजस्वी ने कहा है कि जैसा राजा वैसा प्रशासनिक तंत्र. जनादेश की डकैती के बाद पूरा प्रशासनिक अमला सचमुच डकैतों सा व्यवहार पर उतर आया है. कानून व्यवस्था पर मीडिया की एडिटिंग कर स्थिति में सुधार नहीं आएगा. अगर चुनावी राजनीति में अब भी आस्था बची हो तो कर लें दो दो हाथ! गोलियाँ चला कितनों को मरवा पाइएगा?
जैसा राजा वैसा प्रशासनिक तंत्र।
जनादेश की डकैती के बाद पूरा प्रशासनिक अमला सचमुच डकैतों सा व्यवहार पर उतर आया हैं। कानून व्यवस्था पर मीडिया की एडिटिंग कर स्थिति में सुधार नहीं आएगा। अगर चुनावी राजनीति में अब भी आस्था बची हो तो कर लें दो दो हाथ! गोलियाँ चला कितनों को मरवा पाइएगा?
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) February 2, 2018
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