राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा का बेगूसराय में हुआ अभिनंदन
बेगूसराय : मैं राज्यसभा सदस्य के रूप में समाज के अंतिम पायदान पर रहने वाले लोगों की आवाज बनकर आया हूं. राज्यसभा सदस्य के रूप में मेरी संपत्ति नहीं बढ़ेगी वरन मेरा चरित्र बढ़ेगा. अगर चरित्र चला गया तो विचारधारा का कोई महत्व नहीं रह जाता है. उक्त बातें राज्यसभा सदस्य के रूप में पहली […]
बेगूसराय : मैं राज्यसभा सदस्य के रूप में समाज के अंतिम पायदान पर रहने वाले लोगों की आवाज बनकर आया हूं. राज्यसभा सदस्य के रूप में मेरी संपत्ति नहीं बढ़ेगी वरन मेरा चरित्र बढ़ेगा. अगर चरित्र चला गया तो विचारधारा का कोई महत्व नहीं रह जाता है.
उक्त बातें राज्यसभा सदस्य के रूप में पहली बार बेगूसराय पहुंचने पर आयुर्वेदिक कॉलेज में आयोजित अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए राकेश सिन्हा ने कहीं. इन्होंने कहा कि मैं राजनीति में प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति बनने के लिए नहीं आया हूं. वरन महात्मा गांधी व विनोवा भावे के आदर्श को अपने में उतार कर वैसे लोगों और वैसे जगहों के लिए जीवन के नये अध्याय की शुरुआत कर रहा हूं जहां आज भी लोग उपेक्षित हैं.
राकेश सिन्हा ने वामपंथियों पर अपने संबोधन में जमकर प्रहार किया. उन्होंने कहा कि औद्यौगिक नगरी के रूप में बेगूसराय की पहचान थी. लेकिन किसने औद्योगिक नगरी को बंद कल-कारखाने का नगर बना दिया. उन्होंने कहा कि अगर उद्योग धंधों को बंद करना हो तो वामपंथी को चाबी सौंप दीजिए. उन्होंने कहा कि बंगाल की जनता ने वामपंथियों के हाथ में चाबी दे दी तो बंगाल को कंगाल बना दिया गया.