आकर्षक तरीके से सज रहा हर्ल कारखाना

बीहट : करीब सात हजार करोड़ की लागत वाली गैस पर आधारित ड्रीम प्रोजेक्ट बरौनी हर्ल खाद कारखाने की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 फरवरी को अपनी बेगूसराय की यात्रा के दौरान रखेंगे. इसके अलावा बरौनी रिफाइनरी की संबर्द्धन क्षमता बढ़ाने की परियोजना के अलावा कई अन्य परियोजनाओं की घोषणा होगी . इसको लेकर कारखाना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 13, 2019 6:41 AM

बीहट : करीब सात हजार करोड़ की लागत वाली गैस पर आधारित ड्रीम प्रोजेक्ट बरौनी हर्ल खाद कारखाने की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 फरवरी को अपनी बेगूसराय की यात्रा के दौरान रखेंगे. इसके अलावा बरौनी रिफाइनरी की संबर्द्धन क्षमता बढ़ाने की परियोजना के अलावा कई अन्य परियोजनाओं की घोषणा होगी . इसको लेकर कारखाना के भीतर सड़क निर्माण से लेकर साफ-सफाई और हर्ल के मुख्य प्रशासनिक भवन का रंग-रोगन कर नया लुक देने की तैयारी जोर-शोर से चल रही है.

कई कंपनियां बनी हैं सहायक: करीब पंद्रह वर्षों से बंद पड़े खाद कारखाने को चालू करने और पुर्ननिर्माण के लिए एनटीपीसी, आइओसीएल और कोल इंडिया को अधिकृत किया है. इसके अलावा एचएफसीएल, एफसीआइ को ज्वाइंट वेंचर पार्टनरशीप बनाया गया है.वहीं हिंदुस्तान फर्टिलाइजर कॉरपोरेशन लिमिटेड बरौनी यूनिट का नाम एचयूआरएल यानी हिंदुस्तान उर्वरक व रसायन लिमिटेड कर दिया गया है. एलएंडटी और टेक्नीप एफएमसी संयुक्त रूप से हर्ल कारखाने का निर्माण कार्य करेगी. और मई 2021 तक संभवत: निर्माण कार्य पूरा कर लिया जायेगा.
उसके बाद नये प्लांट की कमीशनिंग कार्य पूरा कर कारखाने से उत्पादन शुरू कर दिया जायेगा. गैस पर आधारित खाद कारखाना से प्रतिदिन 2200 मीटरिक टन अमोनिया और 3850 मीटरिक टन यूरिया के प्रतिदिन उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित की गयी है. हर्ल कंपनी के परियोजना उप महाप्रबंधक बी बी मिंज ने बताया कि गैस आपूर्ति के लिए गेल कंपनी द्वारा पाइप लाइन बिछाने का काम इस साल के अंत तक पूरा कर लिया जायेगा. फिलहाल कारखाने को गैस आपूर्ति करने वाला टैप ऑफ प्वांइट बनकर कमीशिनंग के लिए तैयार हो गया है.
वहीं कारखाने के भीतर अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए गैस पर आधारित पच्चीस मेगावाट बिजली उत्पादन के लिए लगने वाले संयंत्र के लिए पाइलिंग, कुलिंग टॉवर, पावर सब स्टेशन सहित अन्य निर्माण कार्यों के लिए फाउंडेशन का काम प्रगति पर है. उप महाप्रबंधक ने बताया कि कारखाने के निर्माण का इंजीनियरिंग वर्क्स करीब चालीस प्रतिशत और ओवर ऑल कार्य की समीक्षा करें तो लगभग सत्रह प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया गया है. इस कार्य में लगे एक हजार मजदूरों में अस्सी प्रतिशत मजदूर स्थानीय हैं. जिन्हें रोजगार से जोड़ा गया है.वहीं उन्होंने बताया कि कारखाने में नियोजन को लेकर करीब चार सौ लोगों को स्थायी और पच्चीस सौ लोगों को अस्थायी रूप से रोजगार मिलेगा.
क्षमता संबर्द्धन परियोजना को लेकर होगी महत्वपूर्ण घोषणा : बेगूसराय जिले की बहुप्रतीक्षित पेट्रोकेमिकल के स्थापना की अपेक्षा अब बलवती होती जा रही है. क्योंकि पेट्रोकेमिकल की स्थापना के लिए बरौनी रिफाइनरी के क्षमता संबर्द्धन परियोजना की स्वीकृति इस दिशा में जरूरी अर्हता समझी जाती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी यात्रा के दौरान इसकी घोषणा कर जिले को तोहफा दे सकते हैं.

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