देश के दुश्मनों का प्रतिकार हमारी संस्कृति: कन्हैया
चेरिया बरियारपुर : देश की सीमा पर हमारे जांबाज बहादुर सिपाही जहां अपनी शहादत दे रहे हैं. वहीं खेतों में तंगहाली से परेशान किसान आत्महत्याएं कर रहे हैं. जिन्हें मैं नमन करता हूं. उक्त बातें जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष एवं सीपीआइ नेता कन्हैया कुमार नें बुधवार को दुर्गास्थान परिसर करोड़ खांजहापुर में सीपीआइ […]
चेरिया बरियारपुर : देश की सीमा पर हमारे जांबाज बहादुर सिपाही जहां अपनी शहादत दे रहे हैं. वहीं खेतों में तंगहाली से परेशान किसान आत्महत्याएं कर रहे हैं. जिन्हें मैं नमन करता हूं.
उक्त बातें जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष एवं सीपीआइ नेता कन्हैया कुमार नें बुधवार को दुर्गास्थान परिसर करोड़ खांजहापुर में सीपीआइ अंचल परिषद द्वारा आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहीं. उन्होंने कहा कि हमारे देश के लिए अपनी जान देने वाले जवान वीर हैं. पर इससे कतई यह साबित नहीं होता है.कि चौकीदार चोर नहीं है.
भारत के इतिहास में सिकंदर व तैमूरलंग के खिलाफ भारतीय प्रतिकार हमारी संस्कृति है. जनसंवाद कार्यक्रम में पूर्व जेएनयू अध्यक्ष ने कहा कि आज सरकार भाजपा का विरोध करनेवाले हर व्यक्ति को देशद्रोही बता रही है.सरकार से उसके कामों का हिसाब मांगना गुनाह है. आज हमारा संविधान खतरे में है जिसे बचाने की जरूरत है. उन्होंने लोगों से पूछा कि क्या अयोध्या में राम मंदिर बना.
क्या विदेशों में रखे कालाधन लाये.तथा सबों के खाते में पंद्रह लाख रुपये आये. क्या लोगों के अच्छे दिन आये. उन्होंने कहा कि जब नीतीश कुमार उनके साथ थे तो विकास पुरुष एवं सुशासन कुमार कहलाते थे. फिर जब लालू प्रसाद के साथ चले गये तो जंगल राज आ गया.
कार्यक्रम की अध्यक्षता अंचल मंत्री संजीव कुमार सिंह ने की. मंच संचालन मजलूम परदेशी ने किया. कार्यक्रम को भाकपा के अनुमंडल प्रभारी रामपदारथ सिंह, मो खलील आलम, रामसखा सहनी, उदय झा आदि ने संबोधित किया.